चंडीगढ़, 30 मार्च: लॉकडाउन के दौरान मैडीकल और परेशानी से जुड़े अन्य मुद्दों के प्रभावशाली ढंग से हल के लिए, पंजाब सरकार द्वारा सोमवार को नागरिकों के लिए एक स्पैशल हेल्पलाइन नंबर 18001804104 शुरू किया गया है जिससे लोग टेली-कॉन्फ््रेंंस पर सीनियर डॉक्टरों के नैटवर्क से जुड़ कर कोविड-19 और इससे सम्बन्धित अन्य परेशानियों के लिए मैडीकल सलाह ले सकते हैं।इस मंतव्य के लिए आई.एम.सी. द्वारा 1800 से अधिक सीनियर डॉक्टरों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनको इसके प्रोटोकोल और कार्यक्षमताओं संबंधी नियमित तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है।
यह जानकारी प्रशासनिक सुधारों और सार्वजनिक शिकायतें विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनी महाजन ने दी। हेल्पलाइन की महत्ता पर ज़ोर देते हुए विनी महाजन ने कहा कि एमरजैंसी डॉक्टरी सहायता के लिए मामलों की पहचान करने और उनको पहल देने के लिए एक इंटैलीजैंट कोरोना वायरस ट्राईएजिंग सिस्टम विकसित किया गया है। यह प्रणाली आइसोलेशन, घरेलू क्वारंनटाइन और वह लोग जिनको डॉक्टरी देखभाल की ज़रूरत है, के लिए मामलों की पहचान करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि आगे की जांच और कार्यवाही के लिए केस सरकार को सूचित किये जाएंगे।
प्रशासनिक सुधार और शिकायत निवारण विभाग द्वारा हेल्पलाइन शुरू की गई है जो कि पंजाब सरकार के राज्य कोविड-19 कंट्रोल रूम (एस.सी.सी.आर.) और इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) की पंजाब राज्य शाखा के साथ मिलकर अमल में लाई जा रही है। इस विशेषता को एंडरॉयड प्ले स्टोर और आईओएस एप स्टोर पर उपलब्ध कोवा पंजाब मोबाइल एप्लीकेशन में भी शामिल किया गया है। लॉकडाउन के दौरान ग़ैर-एमरजैंसी मामलों में डॉक्टरों तक पहुँच न होने के कारण लोगों में घबराहट और सहम है। उसने आगे कहा कि डॉक्टरों से पेशेवर डॉक्टरी सलाह लेने से लोगों को उनके अपने लक्षणों को समझने में मदद मिलेगी और वह ज़रूरत के अनुसार अपने और अपने परिवार के भले के लिए काम कर सकेंगे। विनी महाजन ने आगे कहा कि समाज के सबसे गरीब वर्गों के लिए कफ्र्यू के दौरान मानक डॉक्टरी सलाह और इलाज तक पहुँच बनाने में यह तकनीक बहुत सहायता करेगी।
हेल्पलाइन के कामकाज संबंधी बताते हुए उन्होंने कहा कि आने वाली कॉल का पहले आईवीआर के द्वारा जवाब दिया जाएगा। यह आईवीआर अपेक्षित सहायता के आधार पर कॉल को फि़ल्टर करेगा और कोविड या स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य मुद्दों संबंधी डॉक्टरी सलाह की ज़रूरत होने के मामलों में और ज्य़ादा जानकारी जैसे कि हाल ही में की गई यात्रा और लक्षणों सम्बन्धी जानकारी हासिल करेगा। यह जानकारी आईएमए डॉक्टरों के नैटवर्क के द्वारा साझी की जाएगी और नागरिक को एक रजिस्टर्ड डॉक्टर से कॉल-बैक आएगी जो आगे मरीज़ की स्थिति संबंधी जानकारी हासिल करके इलाज, सावधानियां और अन्य संबंधित क्रियाओं संबंधी सलाह देगा।
आईएमए पंजाब अधीन डॉक्टर इस महामारी से निपटने के लिए स्वयं सहायता करने के लिए वचनबद्ध हैं। नागरिकों को कोविड के साथ-साथ स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य मुद्दों बारे सलाह दी जाएगी क्योंकि लॉकडाउन के दौरान नागरिकों के लिए पेशेवर डॉक्टरी सलाह लेना और उन तक पहुँचना मुश्किल हो सकता है। आईएमए पंजाब के प्रधान डॉ. नवजोत दहिआ ने कहा है कि नागरिकों में पसरे डर को ख़त्म करने और उनको मानक इलाज और डॉक्टरी सलाह परामर्श देने के लिए आईएमए सभी प्रयास करेगी।