कर्फ्यू के दौरान पुलिस प्रशासन की नर्मी के चलते घरों से बाहर आए लोग
बैंको के बाहर लगा रहा जमावड़ा, जमा रही पैसे निकालने वालों की भीड़
मनन सैनी
गुरदासपुर। जिला गुरदासपुर में पुलिस की स्थिती इस वक्त आगे कूआं पीछे खाई वाली बनी हुई है। अगर पुलिस सख्ती करती है तो कोई उनकी फोटो या वीडियों सोशल मीड़िया पर डाल कर अमानवीय कृत्य करार दे देता है। अगर सख्ती नही करती तो जिले में कोरोना वायरस के पैर पसारने की संभावना बनी है। जिसका मुख्य कारण लोग घरों में रहने की बजाए बाजारों में घूम रहे है। जिसके चलते जिले में लगाया गया कर्फ्यू बेमतलब सा रह गया है।
वहीं रही सही कसर सोमवार को बैंकों के बाहर पैसें निकालने वालों की भीड़ ने पूरी कर दी। हालाकि जिला तथा पुलिस प्रशासन की ओर से बैंकों को निर्दे्श जारी किए गए कि सभी के हाथ सैनेटाईजर से धो कर अंदर जाना तथा मास्क लगाना यकीनी बनाया जाए। परन्तु लोग भीड़ में लाईनों में खड़े रहे। जिसमें कई बुजुर्ग बिमार भी थे तथा एक दूसरे पर खांस रहे थे।
कर्फ्यू के दौरान कई सामाजिक संगठनों को राशन बांटने की छूट दी गई। जबकि सभी समाज सेवी संगठन गुप्त दान के बजाए अपने संगठनों का नाम चमकाने पर ज्यादा जोर दे रहे है और फेसबुक इत्यादि पर फोटो डालने के साथ साथ कई लाईव होकर अपने सगठनों को मजबूत करने की बात कर रहे है। सामाजिक संगठनों की आपस में तालमेल न होने के कारण कई लोग एक ही जगह पर बार बार सामान पहुंच रहा है। वहीं एक पार्षद सुधीर महाजन की ओर से लाईव होकर जिला प्रशासन पर उसकी लिस्ट काट देने के आरोप जिला प्रशासन पर लगाए गए।
हालाकि अभी तक गुरदासपुर से कोरोना वायरस संदिग्धों के 22 सैंपल भेजे गए थे। जिसमें से 20 की रिपोर्ट नामल आई है तथा दो की रिपोर्ट आनी बाकि है। परन्तु प्रशासन की ओर से लोगो को घरों तक जररुत का सामान बांटने वालों संबंधी तथा लोगो को सुविधा को देखते हुए ज्यादा पास जारी किए गए है। जिससे अब गुरदासपुर में कर्फ्यू कम और बस केवल लॉक डाउन ही बन कर रह गया है। कुछ दिन पहले पुलिस की ओर से की गई सख्ती के बाद लोग घरों से निकलना बंद हुए । परन्तु मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद पुलिस की ओर से थोड़ी ढ़ील देने के बाद अब दोबारा शहर के बाजारों में जमावड़ों का वहीं आलम है।
गौर रहे कि कोरोना वायरस का प्रभाव रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से गुरदासपुर की विभिन्न संठगनों की ओर से काफी सहयोग किया गया। जिसके चलते स्थानीय लोगो ने जनता कर्फ्यू से एक दिन पहले ही देर शाम शहर का लॉक डाऊन कर दिया। परन्तु बिगड़ते हालात देख कर सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा। जिसमें कुछ दिन के लिए शहर में पूर्ण तौर पर बंद ही देखने को मिला। परन्तु अब शहर में कर्फ्यू जैसा कोई माहौल नही रहा। प्रशासन की ओर से बेहद मेहनत की जा रही है कि लोगो को कोई सुविधा पेश न आए परन्तु लोगो की ओर से प्रशासन को सहयोग नाम मात्र ही मिल रहा है।
हालाकि इस संबंधी अधिकारियों का कहना था कि यह छूट लोगो को कोई असुविधा पेश न आए इसके लिए दी गई है। इस संबंधी निर्देशों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।