चंडीगढ़, 28 मार्च: दुनिया भर में चिंता का विषय बने हुए कोविड-19 को मात देने के लिए पंजाब सरकार ने कोरोना के संदिग्ध मरीजों के टैस्ट करने के लिए सरकारी मैडीकल कॉलेज पटियाला और अमृतसर के सामथ्र्य को दोगुना कर दी है। उक्त जानकारी आज यहाँ डॉक्टरी शिक्षा एवं अनुसंधान संबंधी विभाग के प्रमुख सचिव श्री डी.के. तिवारी ने दी।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी के मुकाबले के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी की गई हैं जिसके अंतर्गत सरकारी मैडीकल कॉलेज पटियाला और अमृतसर में बहुत कम समय में टैस्ट करने वाली एक-एक अतिरिक्त पी.सी.आर. मशीन लगा दी गई है जिसके स्वरूप इस बीमारी सम्बन्धी टैस्ट करने का सामथ्र्य दोगुना हो गया है। इसके अलावा टैस्ट करने में समर्थ स्टाफ की शिफ्टें भी बढ़ा दी गई हैं जिससे संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट जल्द आ जाएंगी और बीमारी की पुष्टि होने की स्थिति में मरीज़ का इलाज तुरंत शुरू हो सकेगा।
उन्होंने और जानकारी देते हुए बताया कि आई.आई.टी. रोपड़ से भी एक बायो सेफ्टी उपकरण भी मैडीकल कॉलेज पटियाला में तबदील करवा दिया गया है जिससे टैस्ट करने के सामथ्र्य में और विस्तार होगा। श्री तिवारी ने बताया कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजऱ डॉक्टरी शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग हफ्ते के 7 दिन 24 घंटे काम कर रहा है और इसके अलावा रोज़ाना स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए तीनों ही मैडीकल कॉलेजों से रिपोर्ट ली जा रही है जिससे अपेक्षित कार्यवाही तुरंत अमल में लाई जा सके। प्रमुख सचिव ने बताया कि मैडीकल कॉलेज में लोगों को इस बीमारी सम्बन्धी सही जानकारी और सलाह देने के लिए डैस्क स्थापित कर दिए गए हैं।
इसके अलावा प्रोटोकोल के अनुसार डॉक्टरों, नर्सों और पैरा- मैडीकल स्टाफ के लिए भी सहायता काउन्टर स्थापित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 सम्बन्धी विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई हिदायतों और अनुसंधानों संबंधी भी जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही ऐपीडैमियोलॉजिस्ट द्वारा रोज़ाना स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है और ज़रुरी साजो-सामान संबंधी भी जानकारी दी जाती है। डॉक्टरी शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री पंजाब श्री ओम प्रकाश सोनी ने रा’य सरकार के डॉक्टरों और अन्य मैडीकल अमले द्वारा निभाई जा रही सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुश्किल समय में ही मानवता की सेवा ही असली सेवा है।