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पंजाब में आज 232 मामले दर्ज,कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले 111 व्यक्ति गिरफ़्तार

पंजाब में आज 232 मामले दर्ज,कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले 111 व्यक्ति गिरफ़्तार
  • PublishedMarch 24, 2020

2 व्यक्तियों को घर में एकांतवास का उल्लंघन करने के लिए किया काबू
डी.जी.पी. ने कफ्र्यू की योजनाबंदी सम्बन्धी विचार-विमर्श करने के लिए सभी आईजी /डीआईजी रेंजज़ और सीपी /एसएसपी के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
पाबन्दियों को सख्ती से लागू करवाने और प्रशासन के सहयोग के लिए 38,160 पुलिस मुलाजि़म तैनात

चंडीगढ़, 24 मार्च: पंजाब पुलिस ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा राज्य में कोविड-19 के संकट का मुकाबला करने के लिए लगाए गए कफ्र्यू का उल्लंघन करने वालों के $िखला$फ मंगलवार को 232 मुकदमे दर्ज किये और 111 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया। उन्होंने लोगों को प्राथमिक सहूलतें देने को यकीनी बनाने के लिए एक व्यापक रणनीति भी तैयार की है।

डी.जी.पी. ने बताया कि कफ्र्यू का उल्लंघन की कुल 38 एफ.आई.आर. एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में दर्ज की, अमृतसर (ग्रामीण) में 34 मामले दर्ज किये, और तरन तारन और संगरूर से 30-30 मामले दर्ज हुए हैं। इसके साथ ही तरन तारन से 43 व्यक्ति गिरफ़्तार किये गए जबकि 23 व्यक्तियों को कपूरथला से गिरफ़्तार किया गया, होशियारपुर से 15, बठिंडा (13), फिऱोज़पुर (5), पटियाला (5), गुरदासपुर (4) और लुधियाना ग्रामीण (2) व्यक्ति गिरफ़्तार किये गए।

अन्य जि़लों से कफ्र्यू का उल्लंघन के आंकड़ों में कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर (14), कमिश्नरेट पुलिस जालंधर (10), बटाला (6), गुरदासपुर (4), पटियाला (7), रोपड़ (4), फतेहगढ़ साहिब (11), जालंधर ग्रामीण (7), होशियारपुर (9), कपूरथला (4), लुधियाना ग्रामीण (2), एस.बी.एस. नगर (1), बठिंडा (3), फिऱोज़पुर (7), मोगा (4) और फऱीदकोट (1) शामिल हैं।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जि़ला खन्ना, पठानकोट, बरनाला, सी.पी. लुधियाना, फ़ाजिल्का और मानसा से कफ्र्यू का उल्लंघन करने का कोई मामला सामने नहीं आया।

डी.जी.पी ने बताया कि दिन के समय में श्री मुक्तसर साहिब से कोरनटाईन के उल्लंघन के दो मामले सामने आए हैं और यहीं से ही कफ्र्यू का उल्लंघन करने के चार मामले भी सामने आए हैं।
अब तक विभिन्न रैंक के कुल 38,160 पुलिस मुलाजि़म कफ्र्यू लागू करने के लिए विभिन्न रैंक/ पुलिस कमिश्नरेट तैनात किये गए हैं, जिसमें प्रभावित क्षेत्र (एस.बी.एस. नगर जि़ले) को सील करने के अलावा ज़रूरी चीजों की सप्लाई और कानून व्यवस्था भी शामिल है। इनमें 981 वलंटियर शामिल हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा जारी किये गए कफ्र्यू सम्बन्धी दिशा-निर्देशों की पालना करवाने हेतु डीजीपी ने पंजाब पुलिस की सीनियर मैनेजमेंट टीम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा समूह आई.जी / डीआईजी रेंज और सीपी / एस.एस.पीज़ के साथ आज एक मीटिंग की। मीटिंग में लोगों को ज़रूरी चीजें जैसे कि दूध और खाने-पीने की चीजें, दवाएँ, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि पहुँचाने के लिए विचार-विमर्श भी किया गया।

डी.जी.पी. ने सभी जि़ला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए कि यह यकीनी बनाया जाये कि दूरसंचार, बैंकों, ए.टी.एमज़, पत्रकारों, अख़बारों, डॉक्टरों, पैरामेडिकल, सैनेटरी वर्करों, इलैक्ट्रीशियन, प्लम्बर आदि समेत ज़रूरी सेवाओं को बनाए रखने के लिए कफ्र्यू को ज़रूरत के अनुसार पास मुहैया करवाया जाये।

डीजीपी पंजाब ने फील्ड पुलिस स्टाफ को देश के नागरिकों के लिए मुशकिल समय में प्रचारकों और समाज सेवियों के तौर पर काम करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने भोजन और दवाएँ मुहैया करवाने के लिए ताल मेल बिठाने सम्बन्धी लगभग 50-100 पुलिस मुलाजि़मों की टीम बनाने और तैनात करने के लिए कहा। उन्होंने आगे इन टीमों को खाने-पीने की चीजें और अन्य ज़रूरी चीजों की देना यकीनी बनाने के लिए नौजवान नागरिकों के साथ-साथ डिलीवरी वाले लडक़ों को एक वलंटीयर कोर के तौर पर लामबंद करके किराने की दुकानों और खपतकारों के दरमियान एक सप्लाई की श्रृंखला स्थापित करने के लिए कहा।

गुप्ता ने सुझाव दिया कि काम न कर रहे ऑटो और टैक्सी चालकों को डिलीवरी लडक़ों के तौर पर ज़रूरत का समान घर -घर पहुँचाने के लिए भी तैनात किया जा सकता है। लुधियाना, संगरूर और बरनाला जिले में पहले ही ऐसी प्रणाली चालू की गई है। यह भी विचार-विमर्श किया गया कि रेहडिय़ों और दूध वाली वैनों को घर -घर डिलीवरी के लिए बस्ती, मोहल्लों और गलियों में जाने की आज्ञा दी जानी चाहिए।

डीजीपी ने जि़ला पुलिस मुखियों को सलाह दी कि वह अंतर-राज्यीय सरहदों से पार खाने -पीने और ज़रूरी सामान पंजाब में ले जाने के लिए ट्रकों की सुचारू यातायात को मंजूरी दें जिससे ज़रूरी वस्तुओं की कमी न हो। उन्होंने पठानकोट के माधोपुर बैरियर में फंसे सैंकड़ो माल ट्रकों के जम्मू -कश्मीर में दाखि़ल होने के लिए जम्मू -कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ भी बातचीत की।

उन्होंने कश्मीरी विद्यार्थियों के मुद्दे सम्बन्धी जम्मू -कश्मीर के सीनियर अधिकारियों के साथ भी बातचीत की, जो जम्मू -कश्मीर सरकार की तरफ से जम्मू -कश्मीर में दाखि़ल होने वाले सभी लोगों को अलग रखने के लिए किये गए फ़ैसले के कारण माधोपुर में फंसे हुए थे।
यह भी विचारा गया कि हाईवे पर चल रहे पेट्रोल पंपों को यात्रियों की सुविधा के लिए कार्यशील करने की आज्ञा दी जानी चाहिए। पुलिस कफ्र्यू के पास के तौर पर स्टीकरों की एक व्यवस्था भी तैयार कर रही है।

इससे पहले, पंजाब पुलिस के सदस्यों को एक वीडियो के द्वारा संदेश देते हुए डीजीपी ने कहा कि इस मुश्किल भरे समय में पुलिस द्वारा गाँवों और शहरों में पंजाब के नागरिकों को अपेक्षित सहायता प्रदान करने के लिए किये जा रहे शानदार कामों की मुख्यमंत्री द्वारा खूब प्रशंसा की गई है।
डीजीपी पंजाब ने कहा कि उनको पंजाब पुलिस को संसार की एक सर्वोच्च पुलिस फोर्स में दिखाने के लिए के लिए फोर्स के सभी सदस्यों पर गर्व है।

डीजीपी ने बाद में कहा कि क्षेत्र में पुलिस मुलाजिमों को समय-समय पर कफ्र्यू और कोरनटाईन पाबंदियाँ लागू करने सम्बन्धी सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि एनजीओ की सहायता से उनको मास्क और सैनेटाईजर बाँटे जा रहे हैं और पुलिस कर्मचारियों की तंदुरुस्ती को यकीनी बनाने के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि पुलिस भी मौजूदा स्थिति में ज़रूरी पाबंदियाँ और सावधानियों के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने में लगी हुई है। लोगों को घर-घर जाकर शिक्षित करने की पहलकदमी की गई है जिसमें युवा क्लबों और पंचायतों के साथ-साथ राजनैतिक नेता भी शामिल हैं।

Written By
The Punjab Wire