चंडीगढ़, 21 मार्च:स्वास्थ्य ऐमरजैंसी के कारण लोगों में बढ़ रही सैनीटाईजऱ /हैड रब्ज़ की माँग के मद्देनजऱ पंजाब ड्रग प्रबंधन कमिश्नरेट ने आबकारी और कर विभाग द्वारा रजिस्टर्ड डिस्टिलरीज़ को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से निर्धारित किये मापदण्डों के अनुसार सैनीटाईजऱ /हैंड रब्ज़ बनाने और सप्लाई करने सम्बन्धी मंज़ूरी दे दी है। यह जानकारी खाद्य एवं ड्रग प्रबंधन के कमिश्नर श्री काहन सिंह पन्नू ने दी।जारी किये हुक्मों में स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि कोरोना वायरस के फैलने के कारण पैदा हुई आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए इजाज़त सिर्फ 10 दिनों के लिए पूरी तरह अस्थायी तौर पर दी जाती है।
इसके अलावा उत्पादक सिर्फ पंजाब राज्य में सरकार/सरकारी संस्थान को स्पलाई करेंगे और इसका कोई भी हिस्सा राज्य से बाहर सप्लाई नहीं किया जायेगा। यह भी हिदायत की गई है कि उत्पादक केवल प्रमाणित सामग्री का ही प्रयोग करेगा और भारत सरकार या पंजाब सरकार द्वारा निर्धारित की गई कीमत से अधिक कीमत नहीं वसूलेगा।पन्नू ने बताया कि क्षेत्र के ड्रग कंट्रोल अधिकारी गुणवत्ता, उत्पादन की मात्रा और सप्लाई के लिए उत्पादन इकाईयों की रोज़ाना के आधार पर जांच करेंगे। इसके अलावा अधिकारियों को इकाईयों के सामग्री के निर्माण और स्पलाई का सही रिकार्ड रखने के लिए भी कहा गया है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के फैलने से पैदा हुई संकट की घड़ी के मद्देनजऱ वायरस के फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी डॉक्टरी वस्तुओं की उपलब्धता को यकीनी बनाना ज़रूरी हो गया है। भारत सरकार और पंजाब सरकार द्वारा कोविड -19 की रोकथाम के लिए उठाए गए अन्य उपायों के अलावा, सार्वजनिक, स्वास्थ्य कर्मचारियों और कोविड -19 की रोकथाम में लगे अन्य कार्यकारियों के लिए सैनीटाईजऱ / हैंड रब्ज़ को भरपूर मात्रा में उपलब्ध करवाना ज़रूरी है। कोविड -19 के कारण हैंड सैनीटाईजऱ / हैंड रब्स की माँग दिनो-दिन बढ़ रही है और मौजूदा निर्माण ईकाइयों द्वारा बढ़ रही माँग को पूरा न कर पाने की भी खबरें हैं। उन्होंने कहा ऐसी मुश्किल घड़ी में माँग और सप्लाई का फ़ायदा उठाते हुए बहुत से व्यापारी काला बाज़ारी कर रहे हैं। यहाँ तक कि निर्माता सैनेटाईजऱ की बोतलों के लेबलों पर बहुत ज़्यादा कीमतें प्रिंट कर रहे हैं। इसलिए सैनीटाईजऱ/हैंड रब्ज़ के उत्पादन को बढ़ाने की ज़रूरत है।