स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया रिपोर्टों को ग़ैर-जिम्मेदार और गलत करार दिया
अब तक सिर्फ एक केस की पुष्टि हुई, एकांत में रखने का समय गुजऱने के बाद नमूने फिर से जांच के लिए भेजे
चंडीगढ़, 18 मार्च:स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आज स्पष्ट किया कि पंजाब में कोरोनावायरस का कोई भी मरीज़ लापता या फऱार नहीं हुआ है। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों को ग़ैर-जिम्मेदार और गलत करार देते हुए रद्द कर दिया।श्री सिद्धू ने कहा कि 167 लापता व्यक्ति जिनका लुधियाना के सिविल सर्जन द्वारा जि़क्र किया गया था, कोविड -19 के संदिग्ध केस नहीं थे परन्तु इनमें विदेशी दौरा करने वाले कुछ लोग थे जिनको भारत सरकार की तरफ से संपर्क करने के अधूरे विवरण साझा करने के कारण ढूँढा नहीं जा सका।
उन्होंने कहा कि इन लोगों बारे ही रिपोर्टें सामने आईं हैं कि वह कोरोना के संदिग्ध मामले थे जो फऱार या लापता हो गए।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस के फैलने के मद्देनजऱ इन सभी व्यक्तियों की दिल्ली में हवाई अड्डे पर पहले ही जांच की जा चुकी है और भारत सरकार की तरफ से सभी यात्रियों की रिपोर्टें पंजाब सहित सभी सम्बन्धित राज्यों के साथ साझा की जाती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन मुसाफिऱों में लक्षण पाए गए हैं, उनको प्रोटोकोल के मुताबिक एकांत में रखा गया जबकि जिन मुसाफिऱों में लक्षण नहीं मिले, उनकी सूचियां सम्बन्धित राज्य के साथ साझा की जाती हैं। उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर पंजाब सरकार इन लोगों के विदेशी मुल्क के दौरे और स्वास्थ्य की स्थिति जानने हेतु फिर से तस्दीक करने के लिए संबंध कायम करती है।
सिद्धू ने कहा कि इस मामले में भारत सरकार द्वारा साझे किये गए 335 यात्रियों के संपर्क विवरण अधूरे थे और इन यात्रियों की सूचियों को जि़ला प्रशासन के साथ साझा किया गया था और केंद्र सरकार को भी नियमित तौर पर सूचित किया गया था। इसके बाद, इनमें से 191 यात्रियों को सफलतापूर्वक संपर्क किया गया, और उनमें किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे और निगरानी के 14 दिनों के समय को पूरा कर चुके थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, यह कहना बहुत ग़ैर जिम्मेदार और गलत है कि यह कोवीड -19 के संदिग्ध मामले हैं क्योंकि वह यात्री थे। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पंजाब में अब तक कोविड-19 के सिफऱ् एक मामले की पुष्टि हुई है। यह यात्री इटली से आया था और इसकी अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांच की गई थी और जी एम सी अमृतसर में दाखि़ल करवाया गया था जिसकी स्थिति अब स्थिर है। उसके पारिवारिक सदस्यों की जांच की गई और यह नेगेटिव पाए गए। मरीज़ ने हस्पताल में एकांत में रहने का 14 दिन का समय पूरा कर लिया है और इसके सैंपल आज फिर से टैस्ट के लिए लैब में भेजे गए हैं।
आज तक, 7523 यात्रियों की सूची राज्य सरकार को प्राप्त हुई है और स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार इनमें से 6083 ने निगरानी का समय पूरा कर लिया है। राज्य में जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 117 रही, जिनमें से एक पॉजि़टिव पाए जाने के अलावा 112 के नेगेटिव पाए गए हैं। चार टैस्टों की रिपोर्ट अभी आनी है। आठ व्यक्तियों को अस्पतालों में निगरानी अधीन रखा गया है जबकि 1298 की घरों में ही निगरानी की जा रही है।