गुरदासपुर पब्लिक स्कूल में पहली बार उमंग नाम पर बोबी शौ आयोजित
प्रथम स्थान पाने वाले बच्चों को 5100 रुपए, दूसरे को 3100 रुपए देकर सम्मानित किया
गुरदासपुर । गुरदासपुर पब्लिक स्कूल में पहली बार उमंग नाम पर बोबी शौ करवाया गया। जिसमें 0-2 साल, दो से चार साल और चार-छह के तीन ग्रुपों के 300 बच्चों ने भाग लिया। बच्चों की रजिस्ट्रेशन के बाद अबरोल मेडिकल सेंटर के माहिर डाक्टरों की ओर से बच्चों का मेडिकल चेकअप किया गया। क्वालीफाई बच्चों में मां के प्रति प्यार, एक्टिव, हेल्थ हाईजन, टेलेंट व सेल्फ कान्फीडेंस देखा गया।
दस बच्चों में से दो बच्चों को चुना गया, जिनका पहरावा देखने योग्य था। उन्हें रैंप पर वाक करने का मौका दिया गया। बच्चों ने जज साहिबान से सवाल-जवाब किए। बच्चों के तीन ग्रुपों में पहले नंबर पर आने वाले को 5100 रुपए, क्राउन व सर्टिफिकेट, दूसरे ग्रुप के बच्चे को 3100 रुपए, क्राऊन व सर्टिफिकेट, तीसरे ग्रुप के बच्चों में हंसमुख चेहरा, फोटो जैनिकफेस, हेल्थी बेबी व शानदार पहरावे के अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
जिसमें पहले स्थान ए ग्रुप की हिमाया बी ग्रुप कावियांश व सी ग्रुप की नमए को 5100-5100 की राशि दी गई। इसी तरह ग्रुप ए की रियाना, ग्रुप बी की अनाईया व ग्रुप सी की सजूल को 3100-3100 रुपए की नकद राशि भेंट की गई। बच्चों मे खुशी प्रदान करने के लिए मिक्की माऊस बाऊंसर, गेम, रंग बिरंगे गुब्बारों व फोटोग्राफी करवाने के लिए सजावट का शानदार प्रबंध किया गया। बच्चों को सम्मानित करने के लिए बतौर जज एसएल भवन स्कूल अमृतसर व जिला चेयरमैन 307 इन्नरव्हील क्लब अमृतसर डा. अनीता भल्ला, सोनिका गुप्ता, पूनम मित्तल व पूनम महिंदरु इन्नरव्हील क्लब अमृतसर ने रस्म अदा की।
डा. अनीता भल्ला ने कहा कि गुरदासपुर पब्लिक स्कूल का यह प्रयास बहुत बढिय़ा है। जिन्होंने शौ करवा कर बच्चों में छिपी योग्यता, बच्चों का हौंसला व आगे बढऩे के लिए चेष्टा को उभारने का काम किया है। इसी तरह के शौ में बच्चों को अपनी योग्यता को जाहिर करने का शानदार प्रयास है। उन्हें जीवन मे आगे बढऩे के लिए ऐसे मंच सहायक होते है। बच्चों के लिए इस तरह के शौ जरुरी है।
प्रिंसिपल अर्चना बहल ने कहा कि गुरदासपुर पब्लिक स्कूल ऐसी गतिविधियों में हमेशा ही अग्रिम रहा है। बच्चों की प्रतिभा को उभारने के लिए ऐसे समारोह बहुत बढिय़ा सहायक होते है। उनका सेल्फ कान्फीडेंस को उभारने से वह जीवन के सभी समस्याओं को निपटने के लिए तैयार रहता है। बचपन में मिली हौंसला अफजाई का असर उसे कामयाब इंसान बनाता है।
वाइस प्रिसिपल संदीप अरोड़ा ने कहा
कि बच्चों को जीवन में कामयाब करने के लिए इस तरह के मुकाबले व सरमिर्गयां
बच्चों में आगे बढऩे के लिए उजागर करता है। शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की
कामयाबी के लिए ऐसी सरगर्मिया लगातार चलती रहेंगी। इस मौके पर बच्चों के
अभिभावक, शहर के गणमान्य, स्कूल का समूह स्टाफ आदि उपस्थित थे।