चंडीगढ़, 11 मार्च: दुनिया भर में गंभीर संकट बने कोरोनावायरस के संभावित ख़तरों से निपटने के लिए किये जाने वाले प्रबंधों की आज यहाँ मंत्रियों के समूह द्वारा समीक्षा की गई और हिदायत दी गई कि कोरोनावायरस से पीडि़त मरीजों का ईलाज करने वाले डॉक्टरी अमले के लिए ज़रूरी पी.पी. किट्टों की तुरंत खरीद करने के आदेश दिए गए। इसके अलावा पंजाब राज्य के समूह डिप्टी कमिश्नरों को आदेश दिए कि वह अपने-अपने जि़ले में बड़े जलसे वाले प्रोग्राम करने की मंजूरी न दें।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गठित मंत्रियों के समूह जिसमें मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान मंत्री श्री ओम प्रकाश सोनी, ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा, स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु द्वारा कोरोनावायरस से बचाव के लिए किये जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की गई। इस समीक्षा मीटिंग के दौरान प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अनुराग अग्रवाल ने बताया कि पंजाब राज्य में मौजूदा समय में एक व्यक्ति कोरोनावायरस से पीडि़त पाया गया है जो कि अपने परिवार सहित इटली से आया था। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोनावायरस के 14 संदिग्ध मरीज़ सामने आए हैं जबकि पूरे देश में 60 केस सामने आ चुके हैं।
अग्रवाल ने बताया कि जो व्यक्ति हाई रिस्क वाले देशों से आ रहे हैं, उनको 14 दिन के लिए आइसोलेशन वार्ड में लाजि़मी तौर पर रखा जायेगा जबकि जो व्यक्ति कम प्रभावित मुल्कों से आ रहे हैं, उनसे अंडरटेकिंग ली जायेगी कि वह अगले 14 दिन अपने घर में ही रहेंगे और किसी से नहीं मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब राज्य में जल्द ही कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए की जाने वाली गतिविधियों सम्बन्धी मोक ड्रिल भी करने जा रहे हैं।
इस मौके पर मंत्रियों के समूह को जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव डॉक्टरी शिक्षा और अनुसंधान डी. के. तिवारी ने बताया कि मैडीकल कॉलेज द्वारा कोरोनावायरस से निपटने के लिए आगामी प्रबंध कर लिए हैं जिसके अंतर्गत राज्य के तीनों ही सरकारी मैडीकल कॉलेज और स्टाफ को इस सम्बन्धी प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है और पंजाब राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुलाजि़मों को भी प्रशिक्षण देने की तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा पंजाब राज्य के सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर, पटियाला और पी.जी.आई., चंडीगढ़ में कोरोनावायरस सम्बन्धी प्रारंभिक टैस्ट करने को मंजूरी दे दी है।