मनप्रीत बादल के घर के बाहर रोष प्रदर्शन करने के लिए अकालियों की आलोचना की
इसको प्रगतिशील बजट से लोगों का ध्यान एक तरफ़ करने का घटिया पैंतरा बताया
चंडीगढ़, 28 फरवरी:वर्ष 2020-21 के लिए विकासमुखी बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल की प्रशंसा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को अगले दो सालों के दौरान पंजाबियों के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार लाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि वित्तीय हालात अब काबू में हैं और राज्य की आर्थिक स्थिति पहले की अपेक्षा काफ़ी बेहतर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भावी बजट योजनाओं के साथ वित्त मंत्री ने एक प्रगतिशील रोडमैप तैयार किया है जो राज्य के सर्वपक्षीय विकास के लिए रास्ता साफ करेगा जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिलेगा।बजट पेश करने से पहले मनप्रीत बादल की रिहायश के बाहर रोष प्रदर्शन करने के लिए अकालियों पर बरसते हुए कैप्टन अमरिन्दर ने कहा कि अकालियों का एक ही उद्देश्य कांग्रेस सरकार को राज्य और लोगों के कल्याण के लिए काम करने से रोकना था।
उन्होंने कहा कि अकाली, जिन्होंने अपने 10 सालों के कुशासन के दौरान राज्य की आर्थिकता को तहस-नहस कर दिया, स्पष्ट तौर पर इन कार्यवाहियों से लोगों का ध्यान विकासमुखी बजट से एक तरफ़ करना चाहते थे।यहाँ जारी एक बयान में कैप्टन अमरिन्दर ने कहा कि तीन सालों के अंदर राज्य फिर राह पर आ गया है और ऐसी स्थिति में पहुँच गया है जहाँ साल 2020-21 के लिए कोई फंडिंग गैप नहीं है।
पिछली अकाली-भाजपा सरकार से विरासत में मिली आर्थिक मंदहाली को देखते हुए यह अच्छी बात है कि जी.एस.डी.पी. अनुपात का कजऱ् 2016-17 में 42.75 प्रतिशत से कम होकर 38.53 प्रतिशत जी.एस.डी.पी. रह गया है। उन्होंने कहा कि 2020-21 के लिए वित्तीय घाटा जी.एस.डी.पी. का 2.92 प्रतिशत अनुमानित है जो एफ.आर.बी.एम. की 3 प्रतिशत सीमा के अंदर है। उन्होंने अगले दो सालों में स्थिति में और सुधार का वादा किया।मुख्यमंत्री ने बजट में किसानी और कृषि की तरफ निरंतर ध्यान केन्द्रित करने का स्वागत किया जिसमें भूमि रहित मज़दूरों और खेती कामगारों के लिए फ़सली कजऱ् माफी स्कीम के अगले पड़ाव को लागू करने के लिए 2000 करोड़ रुपए का उपबंध किया गया है।
उन्होंने फ़सलीय विभिन्नता के लिए 200 करोड़ रुपए के उपबंध पर भी तसल्ली प्रकट की, जो उनकी सरकार के लिए प्राथमिक क्षेत्र रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में ‘घर-घर रोजग़ार’ स्कीम के अंतर्गत रोजग़ार सृजन से नौजवानों को और ज्य़ादा लाभ मिलेगा क्योंकि रोजग़ार सृजन और कौशल विकास के लिए 324 करोड़ रुपए का बजट उपबंध किया गया है। यह पिछली सरकार के अन्तिम वर्ष 2016-17 में 17.52 करोड़ रुपए के बजट अनुमानों की अपेक्षा 20 गुणा अधिक है। उन्होंने आगे कहा कि सेवामुक्ति की उम्र घटाने से नौजवानों के लिए नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौजवानों को स्मार्ट मोबाइल फ़ोनों के वितरण के लिए 100 करोड़ रुपए के उपबंध के साथ उनकी सरकार एक और अहम चुनावी वादे को पूरा कर लेगी।महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘कस्तूरबा गांधी महिला योजना’ शुरू करना इस दिशा में बड़ा कदम है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने औद्योगिक विकास पर ज़ोर बढ़ाने और बहादुरी पुरस्कार विजेता शहीदों की विधवाओं /वारिसों और आज़ादी से पहले के पूर्व सैनिकों को दी जाने वाली मासिक वित्तीय सहायता बढ़ाने की भी प्रशंसा की।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि बजट में वित्त मंत्री द्वारा शिक्षा जैसे अहम क्षेत्र को विशेष ध्यान देने सेे राज्य और लोगों की तरक्की का रास्ता साफ होगा।2013-14 से 2016-17 तक वित्तीय सालों के पैंडिंग वैट मूल्यांकन मामलों का फ़ैसला करने के लिए पंजाब वेल्यू एडिड टैक्स एक्ट, 2005 के तहत नयी मूल्यांकन नीति का नोटिफिकेशन जारी करने का भी उन्होंनेे स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फ़ैसला राज्य के आर्थिक विकास पर ध्यान बढ़ाने और ख़ासकर छोटे व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए मददगार साबित होगा।