करतारपुर कॉरीडोर सम्बन्धी बयान में कोई धार्मिक उद्देश्य नहीं: डीजीपी गुप्ता
दुश्मन तत्वों द्वारा गलत प्रयोग किये जाने के अंदेशे के विरुद्ध कड़ी निगरानी करने की ज़रूरत को पुन: दोहराया
चंडीगढ़, 22 फरवरी:पंजाब के डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिनकर गुप्ता ने 20 फरवरी को इंडियन ऐक्सप्रैस में चर्चा समारोह के दौरान उनकी तरफ से दिए बयान को गलत समझे जाने या जानबूझ कर गलत तरीके से पेश करने पर गहरा रोष प्रकट किया है।यहाँ जारी एक बयान में श्री गुप्ता ने कहा कि मैं श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर के उद्घाटन पर बहुत खुश हुआ जिसने मेरे जैसे उन लाखों श्रद्धालुओं की दशकों पुरानी इच्छाएं पूरी की हैं जो गुरू नानक देव जी और उनकी शिक्षाओं में विश्वास रखते हैं।
उनके द्वारा हर दिन की जाती अरदास, जिसमें विभाजन के बाद पाकिस्तान वाले हिस्से में रह गए धार्मिक स्थलों के ‘खुले दर्शन-दीदार’ माँगे जाते थे, की पूर्ति हुई है। यह और भी खुशी की बात है कि यह सौभाग्यशाली समय श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के समय आया।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और इसकी सभी एजेंसियाँ, जिनमें पंजाब पुलिस शामिल है, ने ऐतिहासिक समागम को सफलतापूर्वक मनाने के लिए बहुत श्रद्धा और वचनबद्धता के साथ काम किया।
उन्होंने कहा कि राज्य का डी.जी.पी होने के नाते, मैं भरोसा दिलाता हूं कि हम श्री करतारपुर साहिब के पवित्र स्थान पर निर्विघ्न पहुँच की सुविधा सम्बन्धी काम करना जारी रखेंगे।गुप्ता ने यह भी कहा कि राज्य के डीजीपी के तौर पर उन्होंने राज्य की पुलिस को, जो कि सरहद पार से फंड और सहायता प्राप्त हिंसक आतंकवाद के विरुद्ध लगातार लड़ाई का सामना कर रही है, को चौकस रहने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ भारत के प्रति दुश्मनी रखते बदनाम तत्वों और हर मौके का, यहाँ तक कि सबसे पवित्र स्थानों का भी नाजायज लाभ उठाने की कोशिश करने वालों के खि़लाफ़ चौकस रहने के लिए कहा है जोकि देश की शान्ति और सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करने के लिए तत्पर रहते हैं।
दिनकर गुप्ता ने आगे कहा कि इंडियन ऐक्सप्रैस के समारोह में उनकी टिप्पणियाँ सिफऱ् पंजाब और भारत की सुरक्षा और रक्षा के साथ सम्बन्धित थीं। इन टिप्पणियों में किसी धर्म या संप्रदाय का बिल्कुल कोई संकेत नहीं था परन्तु बस यह था कि पड़ोसी दुश्मन देश में स्थित कुछ देश विरोधी तत्व इस अवसर का दुरुपयोग कर सकते हैं और इसलिए हमें देश के हित में ऐसे संभावित खतरोंं के प्रति सचेत रहने की ज़रूरत है क्योंकि राज्य के लोगों की शान्ति और सुरक्षा का मुद्दा है जिनको पहले ही हमारे पड़ोसी दुश्मन द्वारा दहशतगर्दी को बढ़ाने वाले आतंकवाद के कारण पहले ही बहुत कुछ नुक्सान सहना पड़ा है।
डीजीपी ने कहा कि वह ख़ुद नवंबर 2019 में श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए गए पहले यात्री जत्थे के मौके पर वहां उपस्थित थे जिसने डेरा बाबा नानक में सरहद पार की थी। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों में पंजाब पुलिस ने 51,000 से अधिक श्रद्धालुओं की सहायता की है और आगे से भी हम इसको यकीनी बनाना जारी रखेंगे।