डीजीपी दिनकर गुप्ता को तुरंत बर्खास्त करें कैप्टन -हरपाल सिंह चीमा
डीजीपी पर न हुई कार्रवाई तो नहीं चलने देंगे विधान सभा-कुलतार संधवां
हरपाल सिंह चीमा व कुलतार सिंह संधवां ने डीजीपी के बयान का सख्त नोटिस लिया
चंडीगढ़, 22 फरवरी -पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता की ओर से श्री करतारपुर साहिब संबंधी दिए विवादग्रस्त बयान का आम आदम पार्टी (आप) पंजाब के नेताओं ने सख्त नोटिस लिया है और इस की जोरदार निंदा की है।
शनिवार को पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और कुलतार सिंह संधवां ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह से डीजीपी गुप्ता को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि डीजीपी जैसे बेहद जिम्मेदार पद पर बैठ कर ऐसा बयान अति दुर्भागयपूर्ण है। डीजीपी द्वारा यह दावा करना कि कोरीडोर के द्वारा श्री करतारपुर साहिब जाने वाले किसी भी श्रद्धालू को पाकिस्तान में मौजूद देश (भारत) विरोधी ताकत 6 घंटे में आतंकवादी के रंग में रंग सकता हैं, बहुत ही निंदनीय और गैर-जरूरी टिप्पणी है। यह सिक्ख श्रद्धालुओं और नानक नाम लेवा संगत की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अक्स बदनाम करने की अपवित्र कोशिश है।
चीमा ने कहा कि डीजीपी दिनकर गुप्ता भाजपा और आर.एस.एस. की बोली बोल रहे हैं, जो देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ भाईचारक सांझ के लिए खतरा है। इस लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह डीजीपी दिनकर गुप्ता को बर्खास्त करके उन पर मुकदमा दर्ज करें।
हरपाल सिंह चीमा और कुलतार सिंह संधवां ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को सवाल किया कि अब तक पंजाब सरकार के करीब सभी नुमाइंदे (मुख्य मंत्री समेत), पूर्व प्रधान मंत्री डा. मनमोहन सिंह, विधायक और उच्च अधिकारी भी श्री करतारपुर साहिब नत्मस्तक हो कर आए हैं, क्या वह सभी आतंकवादी रंग में रंगे गए? चीमा ने कहा कि पंजाब को ऐसे न-काबिल डीजीपी की बिल्कुल जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि दिनकर गुप्ता की न कबलियत पर इस से पहले कैट की मोहर लगा दी है।
कुलतार सिंह संधवां ने मुख्य मंत्री को चेतावनी दी कि यदि डीजीपी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की तो ‘आप’ विधायक विधान सभा का सत्र चलने नहीं देगी। संधवां ने कहा कि पिछली बादल सरकार के दौरान बादलों ने भी कई सीनियर और योग्य आधिकारियों को नजर अन्दाज करके सुमेध सैनी को डीजीपी बनाया था, जिसके कार्यकाल के दौरान डगमगाई कानून व्यवस्था की स्थिति अभी तक काबू में नहीं आई।
उन्होंने कहा कि बेअदबी की घटनाएं डीजीपी सुमेध सैनी के कार्यकाल के दौरान घटी, जिनका इन्साफ अभी तक नहीं हो सका। इस लिए पंजाब को एक बेहद सुलझे हुए संतुलित और योग्य डीजीपी की जरूरत है।