एन.आई.वी. पुणे द्वारा संदिग्ध यात्रियों के 35 नमूने नैगेटिव घोषित
जांच प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए अब जालंधर और अमृतसर से एक-एक नमूना एमज़ दिल्ली को भेजा
चंडीगढ़, 12 फरवरी:पंजाब सरकार ने हिदायतें जारी करते हुए कोविड-19 (कोरोनावायरस) की रिर्पोटिंग और मैनेजमेंट कर रहे स्टाफ की छुट्टियाँ रद्द कर दीं हैं। यहाँ जारी एक प्रैस बयान में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए कोरोनावायरस मामलों की निगरानी के अंतर्गत रिर्पोटिंग और मैनेजमेंट कर रहे सभी अधिकारियों और मुलाजि़मों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है।
अब किसी भी तरह की छुट्टी केवल डायरैक्टोरेट स्वास्थ्य सेवाओं से मंज़ूरी मिलने के उपरांत ही दी जायेगी जिससे संदिग्ध यात्रियों की जांच और टैस्ट प्रक्रिया पर किसी भी तरह का प्रभाव न पड़े। आईडीएसपी का राज्य निगरानी यूनिट राज्य में कोरोनावायरस की स्थिति और सभी गतिविधियों की निगरानी रख रहा है।कैबिनेट मंत्री ने अति-संवेदनशील इलाकों में हो रही स्क्रीनिंग संबंधी खुलासा करते हुए बताया कि अब तक अमृतसर और मोहाली के हवाई अड्डों में 22,236 यात्रियों की जांच की है।
अटारी-वाहगा बॉर्डर पर 16,549 यात्रियों और डेरा बाबा नानक गुरदासपुर में 5,687 यात्रियों की जांच की गई। बलबीर सिंह सिद्धू ने आगे बताया कि चीन की यात्रा कर चुके या हवाई अड्डों पर ठहरने वाले 1517 यात्रियों में से 35 संदिग्ध मरीजों के नमूने लिए गए थे जो कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे द्वारा नैगेटिव करार दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि चीन की यात्रा करने वाले 1109 यात्रियों ने 14 दिनों की निगरानी वाला अति-संवेदनशील समय पूरा कर लिया है और बाकी बचे यात्रियों को घरों में अकेले रहने की हिदायत दी गई है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनकी पूरी निगरानी रखी जा रही है।
नमूनों की जांच प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए भारत सरकार ने अब एमज़, दिल्ली को संदिग्ध मरीज़ों के नमूने भेजने के लिए कहा है और अब तक एक-एक नमूना जालंधर और अमृतसर से एमज़ में भेजा गया जो कि नैगेटिव घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक कोरोनावायरस का एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है। जि़क्रयोग्य है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आज नोवल कोरोनावायरस (2019-एनसीओवी) का नाम तबदील करके कोविड-19 (कोरोनावायरस बीमारी) रख दिया है।