चंडीगढ़, 5 फरवरी-पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज घुलाडिय़ों में गुड़ /गुड़ उत्पादों की गुणवत्ता की स्थिति का जायज़ा लिया और फूड सेफ्टी विभाग को पंजाब में गुड़ के मानक उत्पादन को यकीनी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि प्रवासी मज़दूरों द्वारा चलाईं जा रही कुछ घुलाडिय़ों में गुड़ / गुड़ के उत्पाद बनाने के लिए ग़ैर-मंज़ूरशुदा रसायनों का प्रयोग किया जा रहा है।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफ डी ए) के कमिश्नर स. काहन सिंह पन्नू ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि पंजाब में 617 घुलाडिय़ां हैं, जो गन्ने से गुड़ और अन्य उत्पाद बनाते हैं। उन्होंने आगे बताया यह छोटे स्तर की इकाईयाँ हैं जो आम तौर पर मुख्य सडक़ों के किनारे घुलाडिय़ां लगा कर काम करती हैं। स. पन्नू ने बताया कि पीएयू, लुधियाना द्वारा सभी कुल्हाड़ी मालिकों को गुड़ बनाने के बढिय़ा ढंग-तरीकों संबंधी एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब में बड़ी संख्या में घुलाडिय़ां अच्छी गुणवत्ता का गुड़ /गुड़ के अन्य उत्पाद तैयार कर रही हैं जो दूसरे देशों में भी निर्यात किये जाते हैं।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने एफ डी ए के कमिश्नर को सभी घुलाडिय़ों के नमूने लेने के लिए कहा। उन्होंने कमिश्नर को मानवीय स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक और गलत ढंग से गुड़ तैयार करने वाली घुलाडिय़ां को बंद करने समेत इनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई के लिए कहा। उन्होंने सभी घुलाडिय़ों के निरीक्षण की प्रक्रिया को 15 दिनों के अंदर मुकम्मल करने के लिए कृषि विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की साझी टीमों का गठन करने की हिदायत भी की।
गौरतलब है कि पंजाब के लोग गुड़ और गुड़ के अन्य उत्पाद खाने के शौकीन हैं और वह यह उत्पाद मुख्य तौर पर सडक़ के किनारे लगाई गईं घुलाडिय़ों से खरीदते हैं।