जिला गुरदासपुर ने बड़ी कुर्बानिया देकर देश की अमन शांति बहाली में बड़ा योगदान डाला- बदनौर
351 जवानों ने विभिन्न युद्धों में देश की खातिर अपनी जान दी, 254 शहीदों के हिस्से आए वीरता पुरस्कार
केशोपुर छंब सैलानियों के लिए बड़ा स्थल हो सकता है- बदनौर
गुरदासपुर। जिला गुरदासपुर ने देश के इतिहास में बड़ी कुर्बानियां दी है तथा देश की अमन शांति की बहाली में भी गुरदासपुर का अहम योगदान रहा है। जिले गुरदासपुर के 351 जवानों ने विभिन्न युद्धों में देश की खातिर अपनी जान न्यौछावर की और गुरदासपुर जिले के शहीदों के हिस्से 254 वीरता पुरस्कार आए। शहीदों की धरती गुरदासपुर ने हमेशा विरोधियों के साथ लोहा लेते हुए उनके दांत खट्टे किए है अपनी जान की परवाह किए बिना देश की खातिर कुर्बानियां दी।उक्त शब्द पंजाब के गर्वनर वी पी सिंह बदनौर ने गुरदासपुर में आयोजित राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह के मौके के बतौर मुख्य मेहमान अपने संबोधन के दौरान कहे।
राज्य स्तरीय समारोह शहीद लेटिनेंट नवदीप सिंह (अशोक चक्र) खेल स्टेडियम में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। जहां राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने राष्ट्रीय ध्वज लहराने की रस्म अदा की। उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया। डा. मेहताब सिंह आईपीएस के नेतृत्व में मार्च पास्ट किया गया। विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने बहुत ही शानदार पीटी शौ पेश किया और देश भक्ति पर आधारित खूबसूरत स याचार कार्यक्रम पेश किया। इस दौरान विभिन्न विभागों की ओर से शानदार झांकियां भी पेश की गई।
वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि डेरा बाबा नानक की पवित्र भूमि में श्री गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के करीब 17 साल छह महीने व्यतीत किए और पूरी दुनिया को किरत करो, नाम जपो व वंड छको का संदेश दिया। पूरी दुनिया में रहती गुरु नानक नाम लेवा संगत की ओर से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए की अरदास आज पूरी हुई है और आज इस अवसर र वह एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री व पंजाब के सभी नागरिकों का धन्यवाद करते है। जिनके प्रयासों से करतारपुर कारिडोर खुला। करतारपुर कारिडोर खुलने से संगत रोजाना गुरु घर नतमस्तक होती है।
उन्होंने कहा कि जब भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ तो उस समय उनके पास अपना कोई संविधान नहीं था। 26 जनवरी 1956 तक इंतजार किया। जब सभी नागरिकों न्याय, आजादी, समानता, लिंग व आर्थिक बराबरी का अधिकार मिला। देश की आजादी के लिए पंजाबियों का योगदान विश्व के ऐतिहास में बेमिसाल है। महान शहीद भगत सिंह,लाला लाजपत राए, शहीद ऊधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपानी व अन्य देश भक्तों ने देश की आजादी के लिए अपने खून की एक एक बूंद बहा दी। उन्होंने कहा कि पंजाब मु य तौर पर एक खेती प्रधान देश है। जिसने खुराक सुरक्षा में भारत को स्वयं निर्भर बनाने के लिए हरी क्रांति लाकर देश का मार्ग दर्शन किया। यह वर्ष सभी के लिए सौभागय पल है। प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी का 550वें प्रकाशोत्सव पर विश्व भर में मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गुरदासपुर शहर के पास केशोपुर छंब में यहां हर साल हजारों की संख्या में प्रवासी पंछी आते है। शनिवार को उन्हें वहां पर जाने का अवसर मिला और वहां के कुदरती व मनमोहक दृश्य हर एक को अपनी ओर खींचते है। केशोपुर छंब को अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जा सकते है और गुरदासपुर सैलानियों के लिए एक बड़ा स्थान हो सकता है।
इसके बाद बदनौर ने जरुरतमंदों को सिलाई मशीनें, ट्राई साइकिल व व्हील चेयर बांटी। जबकि समर्पण प्रोजेक्ट के तहत दस स्कूलों को एलईडीज बांटी गई। डेपो मुहिम के अंतर्गत नशे के खिलाफ लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से चलाई जा रही मुहिम में सिविल व पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को स मानित किया गया। नशा मुक्त 56 पंचायतों को स मानित भी किया गया, जिन्होंने गांवों में लोगों को नशे के खिलाफ जागरुक किया। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में विजेता रहने वाले विद्यार्थियों को स मानित किया गया।
इस मौके पर मु य सचिव पंजाब कर्ण अवतार सिंह, डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता, हलका विधायक बरिंदरमीत ंिसह पाहड़ा, विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा, हलका विधायक बलविंदर सिंह लाडी, आईजी एडीसी (पी) गवर्नर केबी सिंह, आईजी बार्डर रेंज एसपीएस परमार, डिवीजनल कमिश्नर जालंधर बी पुरुशारथा, चेयरमैन एसएसएस बोर्ड पंजाब रमन बहल, चेयरमैन गुरमीत सिंह पाहड़ा, डीसी विपुल उज्जवल, जिला सेशन जज गुरदासपुर रमेश कुमारी, एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप सिंह, एडीसी तेजिंदरपाल सिंह संधू, एडीसी (विकास) रणबीर ंिसह मूधल, एसडीएम गुरदासपुर सकत्तर ंिसह बल्ल, सहायक कमिश्नर रमन कोछड़, कंवरजीत कौर राना, जेपीएस खुर्मी, प्रेम कुमार, अमरिंदर ंिसह शेरगिल अआदि उपस्थित थे।