कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सलामी लेते हुए संविधान की धर्मनिरपेक्ष नींव की रक्षा करने का किया संकल्प
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सलामी लेते हुए संविधान की धर्मनिरपेक्ष नींव की रक्षा करने का किया संकल्प
मोहाली (एस.ए.एस. नगर), 26 जनवरी:
भारत के संविधान की धर्मनिरपेक्ष नींव अकाल पुरख की कृपा से सदा के लिए मज़बूत रहेंगी और बिना किसी धर्म, जात-पात या समुदायिक भिन्नताओं के हर एक की सुरक्षा यकीनी बनाई जायेगी। यह विचार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज यहाँ 71वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर सलामी लेने के बाद अपने संबोधन में प्रकट किये।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि चाहे मौजूदा समय के दौरान कुछ विरोधी सुर उठ रहे हैं परन्तु फिर भी देश की एकता और अखंडता को कोई चोट नहीं पहुंचा सकता। पंजाब विधान सभा द्वारा नागरिकता संशोधन एक्ट सम्बन्धी पास किये प्रस्ताव की तरफ ध्यान दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने यह साफ़ किया कि राज्य की सरकार किसी को भी किसी भी कीमत पर देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे के साथ खीलवाड़ करने की इजाज़त नहीं देगी।
पंजाब के लोगों को 71वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे गुरू साहिब जी ने धर्म निरपेक्षता का संदेश दिया था और आप जी की ‘न कोई हिंदु, न कोई मुसलमान, सब रब के बंदे’ की विचारधारा हमारे मन में बसी हुई है।
इस मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने तिरंगा झंडा लहराया और शानदार परेड से सलामी भी ली। इसके बाद स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग प्रोग्राम पेश किया गया। इस बरस पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राज्य के लोगों ने स्पैशल ओप्रेशंज़ ग्रुप (एस.ओ.जी.) की झाँकी देखी। एस.ओ.जी. का गठन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है और यह एक विशेष प्रशिक्षण वाली ऐसी फोर्स है जोकि आतंकतवाद, घुसपैठ, हाईजैकिंग और अन्य खतरे भरे हालात के साथ निपटने के लिए तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि पंजाब श्री करतारपुर साहब के रास्ते के खुलने जैसे ऐतिहासिक मौके का गवाह बनकर बड़ा गौरवमयी अनुभव कर रहा है। श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शन दीदार अब सरल हो गए हैं और यह वह पवित्र गुरुद्वारा है जिसको पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श प्राप्त है। राज्य को इस बात का भी गर्व हासिल है कि यहाँ श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है, श्री गुरु तेग़ बहादुर जी का 399वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है, जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ पंथ के दसवें प्रमुख आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का 100वां जन्म उत्सव, भगत नामदेव जी का 750वां जन्म उत्सव और बाबा बन्दा सिंह जी बहादुर का 350वां जन्म उत्सव भी मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार राज्य के विकास के लिए यत्न करती रहेगी। उन्होंने कहा कि बीते दो बरसों से ज़्यादा समय के दौरान राज्य सरकार के यत्नों स्वरूप राज्य में 57,735 करोड़ रुपए का निवेश वास्तविक रूप में हासिल हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि बेरोजग़ारी का मुकाबला करने के लिए उद्योगों को राज्य में लाने के यत्न जारी रहेंगे। उन्होंने आगे जानकारी दी कि घर -घर रोजग़ार और कारोबार स्कीम अधीन उनकी सरकार द्वारा राज्य के बेरोजग़ार नौजवानों को 11 लाख नौकरियाँ मुहैया करवाई गई हैं।
शिक्षा को गुणात्मक बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 19 नयी आई.आई.टीज़ स्थापित की जाएंगी और मोहाली, कपूरथला और होशियारपुर में नये मैडीकल कॉलेज खोले जाएंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों की भलाई के प्रति अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि गेहूँ की औसत पैदावार राज्य में साल 2006-07 के 42 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के आंकड़े से बढक़र साल 2018-19 में 52 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुँच गई है और इतना ही नहीं बल्कि बीते बरस 183 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की रिकार्ड पैदावार हुई है। उन्होंने आगे कहा कि बीती सरकार के मुकाबले हमारी सरकार के पिछले छह सीजऩों के दौरान किसानों को 44 हज़ार करोड़ रुपए की और आय हुई है और यह सब साफ़-सुथरी खऱीद प्रणाली, किसानों के शोषण पर नकेल कसने और ट्रांसपोर्ट व श्रम क्षेत्रों का कामकाज सुचारू ढंग से चलाए जाने के कारण ही संभव हो सका है।
वैश्विक ताप के मद्देनजऱ वातावरण को बचाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक राज्य के सभी गाँवों और शहरों में 76 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं और हरेक नागरिक को इनकी संभाल के लिए आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र की तरफ उनकी सरकार द्वारा दिए गए विशेष ध्यान का जि़क्र करते हुए बताया कि सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत 48 लाख परिवारों (2.2 करोड़ व्यक्ति) को कवर किया जा रहा है जबकि भारत सरकार की तरफ से इस स्कीम के अंतर्गत 14 लाख परिवारों को ही कवर किया गया है। इस स्कीम के अंतर्गत एक लाख से भी ज़्यादा व्यक्तियों ने मुफ़्त कैशलैस इलाज का लाभ उठाया है। उन्होंने आगे बताया कि बठिंडा में एम्ज़ की शुरुआत हो चुकी है।
नशों को चिंता का विषय बताते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार इसके मुकम्मल ख़ात्मे के लिए वचनबद्ध है। इस उद्देश्य हेतु गठित की गई एस.टी.एफ. ने शानदार नतीजे देते हुए 34373 मामले एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत दर्ज किये हैं और 42571 व्यक्तियों को गिरफ्तार करके 974 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। राज्य सरकार द्वारा स्थापित 193 ओट केन्द्रों में एक लाख से अधिक नशों के आदी व्यक्तियों का इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष ज़ाहिर किया कि महात्मा गांधी सरबत विकास योजना के अंतर्गत 10.7 लाख लाभपात्रीयों की सहायता की जा चुकी है। इस योजना का मकसद सभी योग्य लाभपात्रीयों तक सरकारी स्कीमों का लाभ पहुंचाना है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से मिशन तंदुरुस्त पंजाब को और मज़बूती प्रदान की जायेगी और इसके साथ ही इसके ई-सर्विस नैटवर्क को भी मज़बूत बनाया जायेगा जिसको कि हाल ही में एम-सेवा नामक मोबाइल एप्लीकेशन की लाँचिंग के साथ बड़ा प्रोत्साहन मिला है जिसका मकसद स्मार्ट फोनों के द्वारा लोगों को सरकारी सेवाएं मुहैया करवाना है।
उन्होंने आगे खुलासा किया कि उनकी सरकार ने इस बरस अनुसूचित जाति सब-प्लान के लिए 6200 करोड़ रुपए रखे हैं जोकि बजट अनुमानों से 35 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि वह समाज के कमज़ोर वर्गों की भलाई के लिए वचनबद्ध हैं।
महिलाओं की सुरक्षा बारे चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पुलिस द्वारा मुफ़्त पिक एंड ड्रॉप सुविधा मुहैया करवाने के अलावा हमारी बेटियों की सुरक्षा के लिए समूह जिलों में वन स्टॉप सखी केंद्र खोले गए हैं।
पानी के गिरते स्तर जैसे संवेदनशील मुद्दे बारे मुख्यमंत्री ने बोलते हुए कहा कि पानी को बचाने की ज़रूरत है क्योंकि इसका स्तर 13 एम.ए.एफ. से भी नीचे जा चुका है। इसका कारण यह है कि 73 प्रतिशत पानी का प्रयोग सिंचाई के लिए होता है। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि पंजाब वॉटर रिसोर्सिज (मैनेजमेंट एंड रैगूलेशन) एक्ट से इस समस्या का हल करने में मदद मिलेगी। उन्होंनेे यह भी बताया कि उनकी सरकार ने इज़राइल की राष्ट्रीय जल कंपनी ‘मैकोरॉट’ की सेवाएं ली हैं जिससे पानी बचाने और इसके बेहतर प्रबंधन के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा सके।