पंजाब के शिक्षा मंत्री ने इंग्लैंड के संसद मैंबर और शिक्षा सचिव गेविन विलियमसन के साथ की मुलाकात
लड़कियों संबंधी यूनीसैफ की रिपोर्ट पर विस्तृत विचार-विमर्श किया
चंडीगढ़, 22 जनवरी। पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने वल्र्ड एजुकेशन फोरम द्वारा लंदन में करवाए जा रहे छह दिवसीय सम्मेलन के दौरान यू.के. राज्य शिक्षा सचिव और दक्षिणी स्टैफ़ोर्डशायर से संसद मैंबर गेविन विलियमसन के साथ मुलाकात की। दोनों नेताओं ने दक्षिण-पूर्वी एशिया और युरोपियन देशों में शिक्षा और पेशा-प्रमुख प्रशिक्षण के मौकों संबंधी विस्तार से विचार-विमर्श किया।
गऱीब घरों की किशोरियों में से एक तिहाई के कभी स्कूल न जा सकीं और शिक्षा पर ख़र्च अमीर घरों तक सीमित रहने सम्बन्धी यूनीसैफ की हालिया रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए सिंगला ने कहा कि पंजाब की तजऱ् पर दुनिया भर में लड़कियों के लिए मुफ़्त शिक्षा समय की ज़रूरत है। उन्होंने श्री विलियमसन को कहा कि विकसित देशों को हर लडक़ी को मानक विद्या प्राप्त करना यकीनी बनाने के लिए अपनी वचनबद्धता प्रकट करनी चाहिए जिससे विकासशील देशों के लिए भी रास्ता साफ हो सके। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह यकीनी बनाना हम सबका फज़ऱ् बनता है कि हर लडक़ी शिक्षा प्राप्त कर सके।
शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षा और प्रशिक्षण के मौके प्रत्येक, खासकर अल्प कुशल लोगों की पहुँच में होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि मौकों और पहुँच की कमी शिक्षा और कुशलताओं में अंतर की जड़ है, जो आर्थिक असमानताओं की तरफ ले जाती है। ब्रिटेन के शिक्षा सचिव के साथ विचार-विमर्श के दौरान श्री सिंगला ने अध्यापकों की भूमिका पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की भूमिका यह यकीनी बनाना है कि हर बच्चा सीखे और सभ्यक ढंग से समझे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अध्यापकों को किसी भी सुधार के केंद्र में रखने की ज़रूरत है जिससे ज़रुरी दिशा में सुधार यकीनी बनाए जा सकें। श्री सिंगला ने कहा कि आज के समय में बहुत कम बच्चे ऐसे हैं, जो तथ्य और राय में फर्क़ करने के योग्य हैं। इसलिए स्कूल में सबसे अहम बात सोचने का हुनर सिखाना है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि बड़े शैक्षिक सुधार जैसे कि सहयोग और समाज की सम्मिलन समय की मुख्य ज़रूरत है। इस मौके पर उन्होंने नौजवानों के लिए सांस्कृतिक और शिक्षा प्रोग्रामों बारे भी बात की।
विश्वव्यापी शिक्षा क्षेत्र में ब्रिटेन की सफलता बारे बताते हुए गेविन विलियमसन ने कहा, ‘‘हम युरोपियन यूनियन से अलग होने के बाद स्थिति को बनाए रखने के लिए बहुत दृढ़ हैं।’’ उन्होंने कहा कि बच्चों को जि़ंदगी के पहले दशक में पढऩा सीखना चाहिए और हमें इस पहलू की तरफ अपने प्रयासों में और तेज़ी लानी होगी।