चंडीगढ़, 22 जनवरी। विजीलैंस ब्यूरो ने गुरुवार को तीन विभिन्न मामलों में एक पटवारी और दो सहायक सब इंस्पेक्टरों (ए.एस.आई.) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया ।
यह खुलासा करते हुए पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हलका ज़ैद, तहसील भुलत्थ, जि़ला कपूरथला में तैनात पटवारी परमजीत सिंह को मनजीत सिंह की शिकायत पर 20,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया। शिकायतकर्ता मनजीत सिंह विजीलैंस ब्यूरो के पास आया और उन्होंने दोष लगाया है कि पटवारी उसकी ज़मीन के इंतकाल के लिए 30,000 रुपए रिश्वत की माँग कर रहा है। उसकी जानकारी की तस्दीक करने के बाद एक विजीलैंस टीम ने जाल बिछाया और दोषी को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता के पास से 20,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू करके मौके पर ही गिरफ़्तार कर लिया गया।
एक अन्य मामले में विजीलैंस ने ए.सी.पी. जालंधर वैस्ट के रीडर ए.एस.आई. राजेश कुमार को रंगे हाथों काबू कर लिया। प्रवक्ता ने बताया कि दोषी को जालंधर के ट्रैवल एजंट राहुल वाधवन की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया था। इस मामले में शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास शिकायत की और दोष लगाया है कि ए.एस.आई. राजेश कुमार पुलिस वैरीफिकेशन मामले में उसका पक्ष लेने के लिए 5000 रुपए की माँग कर रहा है। उसकी जानकारी की तस्दीक करने के बाद एक विजीलैंस टीम ने जाल बिछाया और दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में दोषी ए.एस.आई. को शिकायतकर्ता के पास से 5,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू करके मौके पर ही गिरफ़्तार कर लिया गया।
इसी तरह एक अन्य मामले में विजीलैंस ब्यूरो ने तरन तारन जि़ले की पुलिस पोस्ट ठोडा में तैनात ए.एस.आई. महल सिंह को गिरफ़्तार किया है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि मुलजि़म ए.एस.आई. को अड्डा नूरदी जि़ला तरन तारन के बलदेव सिंह महंत की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया था। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास इल्ज़ाम लगाया है कि ए.एस.आई. महल सिंह उसी डेरे, जहाँ से उसे बेदख़ल किया गया था, में सुरक्षित वापसी की इजाज़त देने और इसके रिश्तेदारों के साथ समझौता करवाने के बदले 10,000 रुपए की माँग कर रहा था। उसकी जानकारी की तस्दीक करने के बाद विजीलैंस टीम ने जाल बिछाया और दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में दोषी ए.एस.आई. को शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू करके मौके पर ही गिरफ़्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत तीनों मुलजि़मों के खि़लाफ़ क्रमवार वी.बी थाना जालंधर और अमृतसर में केस दर्ज किये गए हैं। इस सम्बन्धी अगली कार्रवाई जारी है।