ਕ੍ਰਾਇਮ ਦੇਸ਼ ਮੁੱਖ ਖ਼ਬਰ ਵਿਦੇਸ਼

पंजाब पुलिस द्वारा सेना नायक और 2 तस्करों की गिरफ़्तारी के साथ नशा-आतंकवाद का पर्दाफाश

पंजाब पुलिस द्वारा सेना नायक और 2 तस्करों की गिरफ़्तारी के साथ नशा-आतंकवाद का पर्दाफाश
  • PublishedJanuary 10, 2020

भारत-पाक सरहद से चीन में बने 2 ड्रोनज़ समेत वॉकी टॉकीज़, ड्रग मनी आदि बरामद

चंडीगढ़, 10 जनवरी: भारत-पाक सरहद पर ड्रोन गतिविधियों बढऩे के बाद हाई अलर्ट पर हुई पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को चीन में बने 2 अत्याधुनिक ड्रोन बरामद करने के साथ- साथ सरहद पार से हथियारों और नशों की तस्करी में शामिल सेना नायक और 2 तस्करों को गिरफ़्तार किया है। सर्च ऑपरेशनों में ड्रोन बैट्रियाँ, ज़रूरत के मुताबिक बनाए गए ड्रोन कंटेनर्स, 2 वॉकी टॉकी सैट, 6.22 लाख रुपए नगद, इनसास राइफल के मैगज़ीन भी बरामद किये गए हैं।

डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि सरहद के दोनों ओर 2-3 किलोमीटर का सफऱ तय करने के समर्थ ड्रोनज़ नशों की खेप लाने के लिए भारत की ओर से पकिस्तान की ओर भेजे जा रहे थे। इनके द्वारा स्पष्ट तौर पर पहले ही 4-5 उड़ानें भरी गई थीं। 

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा सरहद पर हाल ही की ड्रोन गतिविधि पर चिंता ज़ाहिर की गई थी, जो धारा 370 को हटाने के बाद अगस्त 2019 में पहली बार सामने आई थी और केंद्रीय एजेंसियों और बलों द्वारा इस मामले की बारीकी से जांच करवाने के लिए उनकी तरफ से यह मुद्दा केंद्र सरकार के पास उठाया गया था। केंद्र सरकार द्वारा ड्रोनों के प्रयोग सम्बन्धी पहले ही एस.ओ.पीज़ जारी किया गया है जिनका (ड्रोन) प्रयोग किसी लाईट के बिना कम उड़ान भरने और कम इंजन शोर के सामथ्र्य के कारण वी.आई.पीज़ को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है। 

यहाँ प्रैस कॉन्फ्ऱेंस के दौरान आज की इस कार्यवाही संबंधी जानकारी देते हुए श्री गुप्ता जिनके साथ ए.डी.जी.पी. (अंातरिक सुरक्षा) आर.एन. ढोके, आई.जी. बॉर्डर रेंज, एस.पी.एस परमार और एस.एस.पी. तरन तारन भी मौजूद थे, ने कहा कि उक्त कार्यवाही यह दिखाने के लिए पहला प्रमाण था कि नशा तस्करी के लिए ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं, चाहे कि कोई नशा बरामद नहीं हुआ था। डीजीपी के अनुसार, माड्यूल सदस्यों ने खुलासा किया था कि वह पिछले कुछ महीनों से ड्रोनों के द्वारा सरहद पार से नशों और हथियारों की तस्करी में शामिल थे। इसके साथ ही पाकिस्तान आधारित कुछ नशा तस्करों का भी पता लगा है जो सरहद पार से नशे और हथियार भेज रहे थे।

डी.जी.पी. के अनुसार गिरफ़्तार किये गए तीन व्यक्तियों की पहचान धर्मेन्द्र सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी गाँव धनोआ खुर्द, अमृतसर; राहुल चौहान पुत्र शीश पाल चौहान निवासी 37 ई पूजा विहार, अम्बाला कैंट, हरियाणा और बलकार सिंह निवासी गाँव कालस, पुलिस थाना सराए अमानत ख़ान, अमृतसर (ग्रामीण) के तौर पर हुई है। जबकि धर्मेंद्र को भारत-पाक सरहद से 3 किलोमीटर दूर गाँव हरदो रत्न की एक जगह से गिरफ़्तार किया गया था, बलवान को एनडीपीएस के एक केस में अमृतसर जेल में बंद किया गया था और कल उसे प्रोडक्शन वॉरंट पर लाया गया था।हथियारबंद सेनाओं का नायक राहुल चौहान कथित तौर पर ड्रोन खरीदने और सप्लाई करने और सरहद पार के तस्करों को प्रशिक्षण देने में शामिल था।

डी.जी.पी. ने बताया कि नशा-आतंकवाद के 2 मैंबर अभी भी फऱार हैं और उनको पकडऩे के लिए कोशिशें जारी हैं। उन्होंने आगे बताया कि आतंकवादी संगठनों, कट्टरपंथियों, नशा- तस्करों और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ मुलजि़मों के संबंधों संबंधी विवरणों का पता लगाने के लिए पड़ताल की जा रही है।

प्राथमिक जांच ने इस बात की पुष्टि की थी कि राहुल चौहान भारत और पाकिस्तान के अपने साथियों समेत पाकिस्तान से हेरोइन और हथियार उठाने के लिए सरहद पार से ड्रोन चलाने में सीधे तौर पर शामिल था। डीजीपी ने कहा कि वह और उसके साथी इनक्रिप्टड ओटीटी प्लेटफार्मों के द्वारा पाकिस्तानी तस्करों के साथ सीधे संपर्क में थे। उन्होंने आगे कहा कि द्विपक्षीय संचार की सुविधा देने के लिए सरहद पार से एक वॉकी टॉकी सैट को पाकिस्तान भेजे जाने की योजना बनाई गई थी।पहला ड्रोन चीनी कंपनी द्वारा बनाया डीजेआई इंसपायर-2 ड्रोन (कुआर्डकॉप्टर) था जिसको मोधे गाँव, थाना घरिंडा, अमृतसर (ग्रामीण) की एक उजाड़ सरकारी डिस्पेंसरी की इमारत में से बरामद किया गया, इस ड्रोन को यहाँ धर्मेन्द्र सिंह और उसके साथी नशा तस्करों ने छुपाया हुआ था। दूसरा ड्रोन चीनी कंपनी का बनाया डीजेआई मैट्रिस 600 पी.आर.ओ. (हैक्साकॉप्टर) था जो राहुल चौहान के खुलासे से करन विहार, सैक्टर-6, करनाल (हरियाणा) के एक घर में से बरामद किया गया। यह घर राहुल चौहान के एक दोस्त का था।

डीजीपी ने बताया कि राहुल ने खुलासा किया कि उसने 2019 के दूसरे अर्ध के दौरान ओ.एल.एक्स. से काले रंग का आंशिक तौर पर खऱाब हुआ ड्रोन-ऐसपायर 02 मॉडल 1.50 लाख रुपए में खरीदा था। ड्रोन की मुरम्मत करने के बाद उसने इसको लगभग 2.75 लाख रुपए में ओ.एल.एक्स पर बेच दिया। इस बिक्री से हुई आय से राहुल ने पुणे से एक नया ड्रोन डीजेआई इंसपायर 02 मॉडल तकरीबन 3.20 लाख रुपए में खरीदा और इसको अमृतसर के एक अपराधी को 5.70 लाख रुपए में बेच दिया। उसने एक और ड्रोन डीजेआई मैट्रिस 600 को लगभग 5.35 लाख रुपए में खरीदा और इसको करनाल में छुपाकर रखा जहाँ से इसको बरामद किया गया।

गुप्ता ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा सरहदी इलाकों में ड्रोन और अन्य साधनों के द्वारा हथियारों और नशों की ताज़ा आमद के मद्देनजऱ सरहदी क्षेत्रों की नज़दीकी निगरानी और जांच को यकीनी बनाने के लिए एक छापा मुहिम चलाई गई। इन विशेष मुहिमों के हिस्से के तौर पर सरहद पर संदिग्ध गतिविधियों के साथ- साथ नशा और हथियारों के तस्करों, सरहद पार के बन्दूकधारी चालकों, रैडीकल्ज़ आदि की गतिविधियों पर नजऱ रखने के लिए सरहदी क्षेत्रों में विशेष नाके स्थापित किये गए हैं।

इस विशेष मुहिम के दौरान ही पुलिस ने यह जानकारी हासिल की कि एक बलकार सिंह, जो कि एक एन.डी.पी.एस. केस में अमृतसर जेल में बंद था, अपने साथियों समेत ड्रोन का प्रयोग करके नशा और हथियारों की तस्करी कर रहा है। डी.जी.पी. ने बताया कि ऐसी खबरों के बाद अमृतसर (ग्रामीण) के थाना घरिंडा में एक केस दर्ज किया गया और ख़ुफिय़ा खबरों के आधार पर कार्यवाही करने के लिए अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस के अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया।

एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि ड्रोन को अमल में लाने के लिए तकनीक उपलब्ध है और इसको देश में ही बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इन ड्रोनों का प्रयोग में बी.एस.एफ. की किसी भी तरह की मिलीभुगत को नकारते हुए कहा कि एजेंसी पंजाब पुलिस के साथ मिलकर सरहदी क्षेत्र में ड्रोन की गतिविधियों की पहचान और जांच करने के लिए पूरी तनदेही के साथ काम कर रही है।

इस दौरान नशा आतंकवाद में गिरफ़्तार दो सदस्यों के खि़लाफ़ दर्ज अपराधिक मामलों का विवरण नीचे दिया गया है:

धर्मेन्द्र सिंह (1) एफ.आई.आर. नं. 76 /14, एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारा 21, 61, 85 थाना सराए अमानत खां, तरन तारन 1 किलो 250 ग्राम हेरोइन बरामद मुकद्दमा सुनवाई अधीन

(2) एफ.आई.आर. नं. 90/14 यू /एस 411, 414, 489-ए.बी.सी.डी., आई.पी.सी.थाना सराए अमानत खां, तरन तारनलगभग 72 ग्राम हेरोइन बरामदमुकद्दमा सुनवाई अधीन

(3) एफ.आई.आर. नं. 49/15 आई.पी.सी. की धारा 452, थाना खालड़ा, तरन तारनमुकद्दमा सुनवाई अधीन

बलकार सिंह

(1) एफ.आई.आर. नं. 35/19 एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारा 21, 61, 85 थाना सराए अमानत खां, तरन तारन 280 ग्राम हेरोइन बरामदमुकद्दमा सुनवाई अधीन

(2) एफ.आई.आर. नं. 76/14 एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारा 21, 61, 85 थाना सराए अमानत खां, तरन तारन 1 किलो 250 ग्राम हेरोइन बरामद।

Written By
The Punjab Wire