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मंत्रीमंडल ने दी पर्वतारोही फतेह सिंह बराड़ और पूर्व सैनिक मेजर सुमीर सिंह को विशेष केस के तौर पर डी.एस.पी. नियुक्त करने की मंजूरी

मंत्रीमंडल ने दी पर्वतारोही फतेह सिंह बराड़ और पूर्व सैनिक मेजर सुमीर सिंह को विशेष केस के तौर पर डी.एस.पी. नियुक्त करने की मंजूरी
  • PublishedJanuary 9, 2020

चंडीगढ़, 9 जनवरी:

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में मंत्रीमंडल ने विशेष केस के तौर पर पर्वतारोही फतेह सिंह बराड़ और पूर्व सैनिक मेजर सुमीर सिंह को पंजाब पुलिस में डी.एस.पी. के तौर पर नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है।

देश में सबसे कम उम्र के पर्वतारोहियों में से एक श्री बराड़ 16 साल 9 महीने की उम्र में 21 मई, 2013 को विश्व की सबसे ऊँची पहाड़ी की चोटी पर चढ़े थे जबकि मेजर सुमीर सिंह सरहद पार की कई कार्यवाहियों में शामिल हुए और 9 पी.ए.आर.ए. फोर्स द्वारा सरहद पार किये सर्जीकल ऑपरेशनों में आतंकवादियों का ख़ात्मा करने में भी अहम भूमिका निभाई।

मंत्रीमंडल ने महसूस किया कि श्री बराड़ को डी.एस.पी. की नियुक्ति जहाँ राज्य में दिलेराना खेल को प्रोत्साहित करने में सहायक होगी, वहीं खेल से सम्बन्धित क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल करने वालों को और बेहतर मौके मुहैया करवाने के लिए सुविधा प्रदान किये जा सकेंगे।

मेजर सुमीर सिंह के मामले में मंत्रीमंडल ने पंजाब पुलिस सेवा नियम -1959 में ढील देने का फ़ैसला किया है जिससे उनकी डी.एस.पी. के तौर पर सीधी भर्ती की जा सके। भारतीय सेना में उनकी शानदार सेवाओं के सम्मुख पुलिस विभाग ने विशेष तौर पर आतंकवादियों द्वारा राज्य में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिशों के मद्देनजऱ उसकी सेवाएं हासिल करने की इच्छा ज़ाहिर की है। विभाग ने यह महसूस किया कि ऐसे व्यक्तियों को पुलिस में भर्ती करने की ज़रूरत है जिनको आतंकवाद से निपटने, ख़ुफिय़ा जानकारी एकत्रित करने, अपहरण सम्बन्धी बचाव कार्यों संबंधी गहरी जानकारी और बढिय़ा तजुर्बा हो। इसके अलावा ऐसे होनहार अफसरों की सेवाएं पंजाब पुलिस के विभिन्न रैंकों के मुलाजि़मों को प्रशिक्षण मुहैया करवाने के मंतव्य के लिए भी ज़रूरी हैं जिससे उनको ऐसे ऑपरेशनों के लिए और ज्य़ादा कुशल बनाया जा सके।

जि़क्रयोग्य है कि मेजर सुमीर सिंह 9 पी.ए.आर.ए. स्पैशल फोर्स रेजीमेंट में तैनात थे और उन्होंने बहुत से आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों में हिस्सा लिया। उनके पास जम्मू -कश्मीर में 8 साल से अधिक समय आंतकवाद से निपटने का अच्छा तजुर्बा है।

मेजर सुमीर सिंह द्वारा ऑपरेशनों के दौरान निभाई गई शानदार सेवाओं और काबिलीयत स्वरूप साल 2017 में भारत के राष्ट्रपति ने सेना मैडल (बहादुरी) से सम्मानित किया था। उन्होंने भारतीय सेना के ‘कमांडो कोर्स’ समेत अन्य बहुत से कोर्सों में भी बखूबी कारगुज़ारी दिखाई।

Written By
The Punjab Wire