मुख्य आरोपी सहित तीन लोग गिरफ्तार, 89 हजार की नगदी , दो मोटरसाईकल व एक टैब व किट की बरामद
गुरदासपुर, 7 अगस्त (मनन सैनी)। निजी कंपनी में काम करने वाले एक युवक लवप्रीत मसीह निवासी सिधवां ने कंपनी के पैसे हड़पने के चक्कर में साजिश के तहत खुद पर किरचों से जानलेवा हमला करवाकर पैसे लुटेरे द्वारा छीनकर ले जाने की कहानी बनाकर पुलिस में तीन अज्ञात लुटेरों पर मामला दर्ज करवा दिया। मामले में पुलिस ने जब छानबीन की तो पूरा खुलासा हुआ कि एक निजी फाईनेंस कंपनी में काम करने वाले लवप्रीत मसीह ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पैसे हड़पने के लिए प्लानिंग की थी। थाना धारीवाल की पुलिस ने तीनों आरोपितों को यहां गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं इनसे कंपनी की 89500 रुपये नकदी, दो मोटरसाइकिल व एक टैब व किट बरामद की है।
थाना सिटी में पत्रकार वार्ता में डीएसपी सुखपाल सिंह ने बताया कि पुलिस को दी शिकायत में लवप्रीत मसीह ने बताया कि था कि वह फाईनेंस कंपनी गुरदासपुर में प्राईवेट नौकरी करता है। कंपनी द्वारा उसकी ड्यूटी गांवों में जाकर किस्तों के पैसे इकट्ठे करने पर लगाई हुई है। दो अगस्त को वह कंपनी के किस्तों के करीब एक लाख रुपये इकट्ठे करके गांव भुंबली खुंडा रोड पर जा रहा था कि इस दौरान पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए तीन नाकाबपोश लुटेरों ने उस पर एकदम से किरच से हमला करके उसे घायल कर दिया और उसके हाथ में पकड़े पैसों के बैग को छीनकर ले गए। इस पर थाना धारीवाल के एसएचओ अमनदीप सिंह व थाना तिब्बड़ के एसएचओ कुलवंत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया और जांच पड़ताल शुरु कर दी। मौके वारदात पर जाकर वहां आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को चेक किया गया तो एक मोटरसाइकिल पर दो लुटेरे भागते हुए दिखाई दिए। पहले तो उन्होंने सोचा कि हो सकता है कि तीसरा लुटेरा कहीं इधर उधर भाग गया हो और दो लुटेरे पैसों का बैग लेकर भाग गए हैं। घायल लवप्रीत का सरकारी अस्पताल से उपचार करवाया गया और वहां मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि यह चोटें जैसे खुद लगाई गई हैं। उन्हें लवप्रीत पर संदेह होने लगा और उन्होंने गहनता से जांच शुरु कर दी।
पुलिस टीम द्वारा ठोस सूचना पर धर्मवीर पुत्र यशपाल वासी लुधियाना मोहल्ला धारीवाल को वारदात में इस्तेमाल किया मोटरसाइकिल सहित अड्डा सिधवां से गिरफ्तार किया गया। हिरासत में धर्मवीर से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने कबूल किया कि लवप्रीत मसीह व शरणजीत सिंह पुत्र रुप सिंह निवासी आलोवाल के साथ मिलकर साजिश रचकर कंपनी के पैसे खुद आपस में बांटने के लिए प्लानिंग के तहत उक्त वारदात की स्टोरी तैयार की। इसके बाद पुलिस ने लवप्रीत मसीह व शरणजीत सिंहको अड्डा भुंबली से मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर लवप्रीत मसीह के घर के कमरे से ट्रंक पर छिपाकर रखे 49500 रुपये व शरणजीत सिंह के घर के कमरे में पड़ी अलमारी से 40 हजार रुपये व टैब,किट बरामद किए गए।
पुलिस कस्टडी में लवप्रीत मसीह ने बताया कि शरणजीत सिंह जो पहले उनकी ही कंपनी में काम करता था, एक साल पहले कंपनी ने इसे नौकरी से निकाल दिया था। उसने शरणजीत के साथ प्लानिंग के तहत कंपनी के पैसे आपस में आधे आधे बांटने के लिए एक लूटपाट की घटना करने की सलाह की और दो अगस्त को वह गांवों से किस्तों के पैसे इकट्ठे करके आया और उक्त प्लानिंग के तहत घटना को अंजाम दिया। शरणजीत ने एक गन्ने के कमाद में ले जाकर उसके शरीर पर किरच से तीन चार जगहों चोटें लगाईं और फिर पैसों का बैग लेकर एक ही मोटरसाइकिल पर वह भाग गए। उसने पुलिस को गुमराह किया था कि लुटेरे तीन थे।
उधर डीएसपी सुखपाल ने कहा कि तीनों आरोपितों का पिछला रिकार्ड कोई भी क्रिमिनल नहीं है। पैसों के चक्कर में इन्होंने उक्त साजिश रची थी। तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी गई है।