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सैनिक दीपक सिंह बेअदबी करने की मंशा से नहीं,रात काटने के लिए आया गुरुद्वारा साहिब-पंथक जत्थेबंदियां

सैनिक दीपक सिंह बेअदबी करने की मंशा से नहीं,रात काटने के लिए आया गुरुद्वारा साहिब-पंथक जत्थेबंदियां
  • PublishedJuly 13, 2021

दीपक हत्याकांड मामले में सिख संगठनों ने प्रेस कान्फ्रेंस कर किए खुलासे

गुरदासपुर,13 जुलाई (मनन सैनी)। गुरदासपुर के तिब्बड़ी रोड पर स्थित गुरुद्वारा बाबा कुल्ली वाला के समीप सैनिक दीपक सिंह ठाकुर की हुई हत्या के मामले में लगातार कई खुलासे हो रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को पंथक जत्थेबंदियों ने गुरदासपुर में प्रेस कान्फ्रेंस कर सैनिक दीपक हत्याकांड मामले में नए खुलासे किए हैं। पंथक जत्थेबंदियों का आरोप है कि गुरुद्वारा प्रबंधक सहित अन्य सेवादारों द्वारा सैनिक की हत्या करने के बाद अपनी जान बचाने के लिए बेअदबी का ढोंग रचा है। गुरुद्वारा साहिब में तोड़फोड़ कर प्रबंधकों द्वारा खुद बेअदबी की गई है। गौर रहे कि सैनिक दीपक की हत्या मामले के बाद लगातार हिंदू-सिख संगठनों की ओर से एक -दूसरे के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है। इसीबीच पंथक जत्थेबंदी सैनिक दीपक के पक्ष में उतरी है। 

प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंथक जत्थेबंदी के नेता नरायण सिंह चौड़ा प्रधान अकाल फेडरेशन, परमजीत सिंह टांडा महासचिव दल खालसा, मनधीर सिंह,सतनाम सिंह जिला प्रधान गुरदासपुर शहरी अकाली दल अमृतसर ने बताया कि एक जुलाई गुरुद्वारा बाबा कुल्ली वाला में सैनिक दीपक सिंह ठाकुर की मौत बारे उनकी सिख जत्थेबंदी कमेटी द्वारा मौके का जायजा लिया गया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का निरीक्षण करने के बाद सैनिक के परिवार व मामले में नामजद आरोपियों के परिवारों के साथ बातचीत करने के बाद मामले में कई नए खुलासे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक की मौत गुरुद्वारा साहिब में होने के बाद सिख जगत की छवि पर उंगली उठी है। इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए कमेटी बनाई गई है। कमेटी की जांच में सामने आया है कि सैनिक दीपक गुरुद्वारा साहिब में बेअदबी करने की मंशा से नहीं घुसा था। वह अमृतसर से जम्मू को जाने वाली बस में बैठ कर आया था और बस चालक द्वारा गलती से कानवां की जगह उसे काहनूवान रोड बाईपास गुरदासपुर में उतार दिया गया। जब सैनिक दीपक को इस बात का आभास हुआ तो वह रात काटने के लिए करीब साढ़े 12 बजे बाइपास तिब्बड़ी रोड बाईपास पर स्थित गुरुद्वारा कुल्ली वाला के दरवाजे पर गया और बाहर से आवाज दी। लेकिन अंदर से कोई नहीं आई।

 जांच में सामने आया है कि सैनिक केवल रात काटने के लिए ही गुरुद्वारा साहिब के अंदर गया। वहां रात काटने के बाद सुबह पांच बजे लगभग गुरुद्वारा साहिब में आए पाठी जसपिंदर सिंह ने सैनिक के साथ बातचीत की और फिर प्रबंधकों को बुला लिया। सैनिक की मारपीट की गई। सैनिक अपनी जान बचाते हुए तिब्बड़ी रोड रेलवे फाटक के पास स्थित गुरुद्वारा टाहली साहिब में भाग कर निकल आया। लेकिन फिर पाठी जसपिंदर सिंह व प्रबंधक का बेटा दरकिरत सिंह जसबरदस्ती सैनिक को मोटरसाइखिल पर बैठाकर फिर से कुल्ली वाला गुरुद्वारा साहिब में ले आए। यहां उसकी बेरहमी से मारपीट कर अधमरा कर दिया। यहां बाद में अस्पताल ले जाते समय सैनिक की मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा दायर की गई एफआऱआई बिल्कुल गलत है,क्योंकि उसमें घटना का समय,स्थान व अन्य तथ्य छिपाए गए हैं। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा के प्रबंधक गुरजीत सिंह सैनी व अन्य आरोपितों द्वारा खुद ही गुरुद्वारा साहिब में तोड़फोड़ की गई है। जो बेअदबी है। 

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं बार बार न घटित हो। इसलिए गुरुद्वारा साहिब में हर समय सेवादार मौजूद रहने चाहिए तथा कमेटी ने पंजाब सरकार से अपील की कि वह रात के समय लंबे रुट पर चलने वाली बसों को यह हिदायत करें कि मुसाफिर को उसके स्थानीय अड्डे पर उतारना यकीनी बनाया जाए। उन्होंने सिख जगत से अपील की कि सैनिक दीपक के परिवार की मदद की जाए। इस मौके पर परमजीत सिंह मंडी प्रधान सिख यूथ आफ पंजाब,दिलबाग सिंह दल खालसा, जसविंदर सिंह कथावाचक,गुरनाम सिंह ,मनदीप सिंह निहंग, तूफान सिंह, जुगराज सिंह भी उपस्थित थे।

Written By
The Punjab Wire