‘आप’ की सरकार बनने पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी और गोलीकांड के साजिशकर्ता और दोषियों को मिलेगी सजा-केजरीवाल
अगर पंजाब की धरती पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को इंसाफ नहीं मिल सका तो आम व्यक्ति के क्या हालत होंगे- कुंवर विजय प्रताप सिंह
मुख्यमंत्री के पद के लिए सिक्ख सरदार और पंजाबी उम्मीदवार को ही पार्टी की ओर से सेवा के लिए दिया जाएगा-केजरीवाल
कुंवर विजय प्रताप सिंह की इमानदारी पर अदालतों के जज साहिबान भी विश्वास करते हैं-भगवंत मान
श्री अमृतसर साहिब, 21 जून। श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले की जांच रिपोर्ट रद्द होने के कारण आई.जी की नौकरी से इस्तीफा देने वाले और प्रसिद्ध पुलिस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह (आई.पी.एस) आज यहां आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए हैं। पार्टी के कनवीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रस्मी तौर पर कुंवर विजय प्रताप सिंह का ‘आप’ में स्वागत किया। इस समय केजरीवाल ने वायदा किया कि 2022 में पंजाब प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी और गोलीकांड के साजिशकर्ता और दोषियों को सजा देकर पंजाब के लोगों को इंसाफ दिया जायेगा।
आम आदमी पार्टी के कनवीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुंवर विजय प्रताप सिंह का पार्टी में स्वागत करते कहा कि वह राजनीति करने नहीं आए, बल्कि पंजाब के लोगों को इंसाफ देने और लोगों की सेवा करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब का बच्चा बच्चा कुंवर विजय प्रताप सिंह की इमानदारी और सेवा भावना को अच्छी तरह से जानता है, जिन्होंने दो ढाई साल सख्त मेहनत करके श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी और गोलीकांड की जांच की और बेअदबी के साजिशकर्ताओं और दोषियों का पता लगाया। इसी लिए पंजाब सरकार का सारा सिस्टम कुंवर विजय प्रताप सिंह के खिलाफ हो गया और उनको आई.जी की नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा।
केजरीवाल ने कहा कि इस समय पंजाब बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है, क्योंकि कोरोना महामारी के दौर में सत्ताधारी अपनी अपनी कुर्सियां बचाने के लिए लड़ रहे हैं, परन्तु इनको पंजाब वासियों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने अकाली दल बादल और भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी करते कहा कि एक पार्टी तो बेअदबी, गोलीकांड, भ्रष्टाचार और नशे के आरोपों में घिरी हुई है और दूसरी पार्टी के नेताओं को पंजाब के लोग मोहल्लों में भी घुसने नहीं देते। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोगों ने 70 सालों में अकाली दल बादल, कांग्रेस और भाजपा को राज करने के मौके दिए हैं, परन्तु अब वह आम आदमी पार्टी को पंजाब की सेवा और राजनैतिक इंकलाब लाने के लिए जरूर मौका देंगे। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री पद के लिए सिक्ख सरदार और पंजाबी उम्मीदवार ही पार्टी की तरफ से सेवा के लिए दिया जाएगा।
पंजाब के प्रधान और सांसद भगवंत मान ने कुंवर विजय प्रताप सिंह का ‘आप’ में स्वागत करते कहा कि विजय प्रताप जी की इमानदारी पर अदालतों के जज साहिबान भी विश्वास करते हैं, जो उच्च पुलिस अधिकारी की नौकरी छोड़ कर लोगों की निष्पक्ष तौर पर सेवा करने के लिए ‘आप’ के परिवार में शामिल हुए हैं। मान ने कहा कि कुंवर विजय प्रताप सिंह ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले की इमानदारी के साथ जांच की और दोषियों व साजिशकर्ताओं को अपनी रिपोर्ट के द्वारा अदालत के समक्ष रखा, परन्तु आपस में मिले सत्ताधारियों ने उच्च अदालत से जांच रिपोर्ट रद्द करवा दी।
इस समय पूर्व आई.जी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा कि वह हर किसी के भले और पंजाब की ख़ुशहाली के लिए एक नई शुरूआत करने जा रहे हैं, जिससे पंजाब तरक्कियों के रास्ते पर चले। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब की धरती पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को इंसाफ नहीं मिल सका तो आम व्यक्ति के क्या हालत होंगे। पूर्व अधिकारी ने कहा कि श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले की जांच करना मेरी जि़ंदगी का अहम केस था, परन्तु जब दोषी ही सरकार को दिशा निर्देश दे रहे हैं तो पंजाब के लोगों को क्या इंसाफ मिलना था। उन्होंने कहा जब जांच रिपोर्ट फरीदकोट की अदालत में कार्यवाही अधीन थी, तो चंडीगढ़ से फैसले क्यों करवाए गए? हाईकोर्ट में केस की सुनवाई वाले दिन पंजाब के एडवोकेट जनरल छुट्टी पर चले गए। यह सब सत्ताधारियों और साजिशकर्ताओं की मिलीभगत के कारण ही हुआ है। कुंवर विजय प्रताप सिंह ने कहा कि केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने लोगों की भलाई के लिए शानदार काम किये हैं और वह भी चाहते हैं कि पंजाब के लोग भी प्रदेश में राजनैतिक क्रांति लेकर आएं, जिस को सारा भारत देखेगा।
इस मौके पर पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, पंजाब मामलों के इंचार्ज और दिल्ली से विधायक जरनैल सिंह, सह इंचार्ज और दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा, विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष की उप नेता सरबजीत कौर माणूंके, पूर्व संसद मैंबर प्रो. साधु सिंह समेत कुलतार सिंह संधवां, प्रिंसिपल बुद्ध राम, गुरमीत सिंह मीत हेयर, प्रो. बलजिन्दर कौर, रुपिंदर कौर रूबी, कुलवंत सिंह पंडोरी, मनजीत सिंह बिलासपुर, अमरजीत सिंह सन्दोआ, अमन अरोड़ा, जै कृष्ण सिंह रोड़ी (सभी विधायक), अनमोल गगन मान और सीनियर नेता उपस्थित थे।