गुरदासपुर, 18 अप्रैल (मनन सैनी)। राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब के अधीन काम कर रहे मुलाजिमों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। जिसके चलते आज एनएचएम के समूह मुलाजिम संगठनों की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई।
बैठक के दौरान सरकार के खिलाफ अपना रोष जताते हुए मुलाजिम नेताओं ने कहा कि विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठकों में कुछ मुद्दों पर सहमति बनने के बावजूद भी अभी तक विभाग ने कोई मांग प्रवान होने संबंधी नोटीफिकेशन जारी नहीं किया। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार व विभाग के संंबंधित अधिकारी मुलजिमों के प्रति संवेदनशील नहीं है।
प्रदेशाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह राणा ने कहा कि राष्ट्रीय सेहत मिशन के अधीन 80 फीसदी महिला मुलाजिम काम कर रही है। इस महामारी के दौरान सरकार की गलत पालिसीयों के कारण इनके बच्चे-परिवार पूरी तरह से तबाह हो गए है। प्रदेश के लोगों की सेहत संभाल के लिए कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में आगे होकर लड़ रहे ये मुलाजिम आए दिन अपनी जान गंवा रहे है, इनके साथ-साथ इनके परिवार पर भी महामारी का खतरा आम लगों से कई गुणा अधिक है। अब तक 500 से अधिक मुलाजिमों को कोरोना हो चुका है और कई मुलाजिमों की मौतें भी हो गई है, मगर इन सबके बावजूद भी सरकार सोई हुई है।
डा. इंद्रजीत राणा व अमरजीत सिंह ने संयुक्त तौर पर कहा कि सोई हुई सरकार को जगाने के लिए बड़े संघर्ष की जरुरत है। जिसके चलते 27 अप्रैल को मुकम्मल काम बंद करके जिले स्तर पर एकत्र होकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने का फैसला किया है। यदि इस संघर्ष के कारण भविष्य में विभाग का कोई काम प्रभावित होता है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित विभागीय अधिकारियों व पंजाब सरकार की होगी। इस मौके पर जसविंदर कौर, मनिंदर सिंह, अरुण दत्त, किरनजीत कौर, रमनजीत कौर, हरपाल सोढ़ी, मनप्रीत सिंह, कमलजीत कौर, डा. सुमित सैनी, हरजिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।