गुरदासपुर, 21 मार्च (मनन सैनी)। कस्बा दीनानगर में गुरुद्वारा शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह के हेड ग्रंथी के बेटे की ओर से आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली गई। मृतक के परिवार ने अन्य लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है। वहीं पीड़ित परिवार के बयान दर्ज कर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी है।
गौरतलब है कि पिछले समय से गुरुद्वारा शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। विवाद इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस स्टेशन तक जा पहुंचा। इसी बीच गुरुद्वारा साहिब के प्रधान को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए नगर के गणमान्य लोगों ने सर्वसम्मति से प्रबंधक कमेटी का प्रधान नियुक्त कर दिया। इस बीच कुछ लोगों ने विवाद को खत्म होता देख गुरुद्वारा साहिब में काफी समय से सेवा कर रहे हेड ग्रंथी के परिवार पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया।
रविवार सुबह आरोप-प्रत्यारोप से परेशान होकर हेड ग्रंथी जगीर सिंह के बड़े बेटे दविंदर सिंह जो अपने पिता के साथ ही गुरुद्वारा साहिब में रहता था,ने सुबह 10 बजे के करीब गुरुद्वारा साहिब के दीवान हाल के अंदर छत के बीच रखे फेन बॉक्स में रस्सा डाल कर आत्महत्या कर ली। मृतक दविंदर सिंह के परिवार वालों ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के एक पूर्व पदाधिकारी व अन्य लोगों पर दिन प्रतिदिन आरोप-प्रत्यारोप लगाकर उनको गुरुद्वारा से निकालने की साजिश से परेशान होकर उनके बड़े बेटे ने आज मजबूर होकर आत्महत्या कर ली।
प्रत्यक्षदर्शी गुरुद्वारा साहिब के सेवादार करनैल सिंह ने बताया कि आज सुबह जब वह कोई सामान लेने के लिए दीवान हॉल में गया तो वहां उसने दविंदर सिंह को छत में रस्से के साथ लटके देखा, तो उन्होंने दूसरे लोगों को बुलाकर रस्सा काट कर उसको एक निजी अस्पताल में लेकर गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार के बयान दर्ज कर व शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है । उधर थाना प्रभारी कुलविंदर सिंह का कहना है कि पीड़ित परिवार के बयानों के आधार पर दो लोगों इस संबंधी राजिंदर सिंह भट्टी तथा गुरबचन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।