स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सिविल सर्जनों को समस्त स्कूलों के टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ के लिए टेस्टिंग शुरू करने के निर्देश
चंडीगढ़, 18 फरवरी: पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड टीकाकरण की पहली ख़ुराक देने की अंतिम तिथि 19 फरवरी से बढ़ाकर 25 फरवरी 2021 कर दी गई है। फ्रंटलाईन वर्करों को टीकाकरण की पहली ख़ुराक देने की अंतिम तिथि भी 6 मार्च, 2021 तक बढ़ा दी गई है।
आज यहाँ जारी एक प्रैस बयान में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि हाल ही में दूसरे राज्यों में कोविड के मामलों में हो रही वृद्धि और नये वायरस का पता चलने के मद्देनजऱ यह बहुत ज़रूरी है कि अधिक से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जाये क्योंकि वह वायरस के फैलाव से निपटने के लिए फ्रंट लाईन पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाब में कोविड मामलों में दोबारा हुई वृद्धि से निपटने के लिए योजना बनायी गई है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण सम्बन्धी पंजाब में अब तक कोई भी मौत या कोई गंभीर दुष्प्रभाव सामने नहीं आया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि शिक्षा संस्थाओं में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि वह स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थाओं में स्टाफ और अध्यापकों के कोविड टैस्टों को नियमित रूप में यकीनी बनाएं। यदि कोई भी अध्यापक या विद्यार्थी पॉजि़टिव पाया जाता है तो बिना किसी देरी के कोविड पॉजि़टिव व्यक्ति के संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान करके टेस्टिंग की जाए जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके।
स. सिद्धू ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने कोविड सम्बन्धी सावधानियां लागू करने के लिए प्रति स्कूल एक अध्यापक को एक मॉनिटर नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि जि़ला और ब्लॉक टास्क फोर्स की ड्यूटी है कि सभी शैक्षिक संस्थानों की औचक जांच की जाये जिससे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा सके।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया है कि मास्क के सभ्यक प्रयोग और कोविड सम्बन्धी सावधानियों के प्रयोग संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए सरकारी और प्राईवेट स्कूलों में अभियान चलाए जाएँ और सैशन करवाए जाएँ।