केंद्र की मोदी सरकार कारपोरेट घरानों को लाभ दिलाने के लिए किसानों को कर रही दबाने का प्रयास-सुल्तानी
गुरदासपुर, 6 फरवरी (मनन सैनी)। कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों ने स्थानीय बब्बरी बाइपास पर चक्का जाम कर तीन घंटे धरना दिया। इस दौरान हालात खराब न हो,इसलिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था। धरने में शामिल किसान संगठनों के नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ खूब भड़ास निकाली और जमकर नारेबाजी भी की। हालांकि धरने के कारण तीन घंटे बसों के पहिए जाम रहे और जाम लगने से कई लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
धरने के संबोधित करते हुए किसान नेता सतबीर सिंह सुल्तानी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि कानून लागू करके किसानों पर धक्के से थोपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी वाले दिन मोदी सरकार ने अपने गुर्गों से माहौल खराब करवाकर इसका इलजाम भी किसानों पर लगवा दिया। ताकि किसान धरना छोड़कर अपने घरों को लौट जाएं। मगर किसान बेवकूफ नहीं है कि मोदी सरकार की चाल को समझ न सकें। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने माहौल भले ही खराब कर दिया हो और इससे किसानों को डराने का भी प्रयास किया गया हो, किसान डरकर वापिस लौटने वाले नहीं है। किसान अपना हक लेकर ही वापिस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के चक्कर में किसानों को दबाने का प्रयास कर रही है। किसान देश का अन्नदाता है। किसान देश के लोगों का पेट पालने के लिए खेती करता है और मोदी सरकार किसान को ही मारने पर तुली है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों से देश का हर वर्ग दुखी हो चुका है। मोदी सरकार ने सरकारी अदारों को बेच दिया है। वह दिन भी दूर नहीं जब मोदी सरकार पूरे देश गिरवी रखवा देगी। देश की जनता को जागना होगा। अपने हक के लिए आगे आना होगा। तभी इस जुल्म ढाने वाली सरकार को गिराया जा सकता है। अगर अब भी हमने अपनी आंख नहीं खोली तो आने वाले दौर बहुत भयानक होगा। मोदी सरकार देश वासियों के साथ बहुत बुरा करेगी।
सभी लोग कर रहे किसानों का समर्थन-
किसान नेता सुल्तानी ने कहा कि देशों विदेशों में लोग किसानों के संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं। दिल्ली में भीषण सर्दी सड़क पर बैठकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। कई किसान इस आंदोलन में अपनी जान तक गंवा चुके हैं, मगर मोदी सरकार अपने अड़ियल रवैये पर अड़ी हुई है। किसानों की मांग स्वीकार करने की बजाय मोदी सरकार किसानों को धरने से हटाने के लिए कई हथकंडे अपना रही है। किसान मोदी सरकार की हरेक चाल को समझते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना हक लेना आता है, वह हक लेकर ही दिल्ली से वापस लौटेंगे, नहीं तो दिल्ली पर धरना जारी रखा जाएगा। इस मौके पर किसान जगीर सिंह, बलविंदर सिंह, मक्खन सिंह कोहाड़, अमरजीत सिंह सैनी के अलावा अन्य उपस्थित थे।