भारतीय जनता पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अश्वनी शर्मा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती समारोह में हुई तोड़फोड़ को लेकर कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि पंजाब में 27 स्थानों पर ऐसा हुआ है। इसके लिए सीधे तौर एक पार्टी जिम्मेदार है। पुलिस के हाथ पैर भी बांध दिए गए हैं। भाजपा जहां भी कार्यक्रम करती है पुलिस अधिकारी वहां पहुंच कहते हैं कि बाहर किसान आ गए हैं। कार्यक्रम बंद करो। क्या यहीं लोकतंत्र है। वे रविवार को लुधियाना के सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
किसी से नहीं लिया जाएगा प्रतिशोध’
उन्होंने कहा कि सोमवार को भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल डीजीपी दिनकर गुप्ता से मिलेगा। इसके बाद आगामी कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। उनकी किसानों से अपील है कि जिद्द छोड़कर सरकार से बात करें। जीएसटी में भी अब तक 40 से ज्यादा संशोधन हो चुके हैं। शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में 31 भाजपा नेताओं के घरों के बाहर किसान बैठे है।
बढ़ सकता है भाजपा और कांग्रेस का टकराव
उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन के बाद से ही भाजपा और कांग्रेस में कई बार टकराव के आसार बनते रहे हैं। 25 दिसंबर को भाजपा के कार्यक्रमों में हमलों से पहले यूथ कांग्रेस ने भाजपा के अमृतसर और लुधियाना दफ्तर पर हमला किया था। अमृतसर दफ्तर में तो ताला लगा दिया था तो लुधियाना में भाजपा के दफ्तर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुलता फूंकने की कोशिश की थी। कांग्रेस और भाजपा के बीच तल्ख होती राजनीति से आने वाले समय में दोनों दलों के बीच टकराव बढ़ने के आसार हैं।