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कैबिनेट मंत्री तृप्त बाजवा और गुरप्रीत कांगड़ पंजाब सरकार की तरफ से बाबा राम सिंह जी को श्रद्धाँजलि देने पहुंचे

कैबिनेट मंत्री तृप्त बाजवा और गुरप्रीत कांगड़ पंजाब सरकार की तरफ से बाबा राम सिंह जी को श्रद्धाँजलि देने पहुंचे
  • PublishedDecember 17, 2020

पंजाब सरकार के दोनों मंत्रियों की तरफ केंद्र सरकार को किसान मसले का बिना किसी देरी के हल करने की अपील

चंडीगढ़, 17 दिसंबरः पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा और गुरप्रीत सिंह कांगड़ आज गुरुद्वारा साहिब नानकसर गाँव सिंघड़ां करनाल में बाबा राम सिंह जी को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुँचे। इस मौके पर दोनों मंत्रियों ने बाबा जी के पैरोकारों के साथ दुख सांझा किया और बाबा जी को श्रद्धा और सत्कार भेंट किया। जिक्रयोग्य है कि 65 साला बाबा राम सिंह जी जो नानकसर सम्प्रदाय के साथ सम्बन्ध रखते थे, ने कल किसान सघंर्ष के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के मसले हल करने के लिए कोई सुनवाई न करने के रोष के तौर पर खुद को गोली मार कर कुंडली बॉर्डर पर आत्महत्या कर ली थी।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्दर बाजवा और गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने केंद्र सरकार को जोरदार अपील करते हुये कहा कि किसानों के मसलों का बिना किसी देरी के हल किया जाये। उन्होंने कहा कि लाखों किसान जो सिंघू और टिकरी बार्डर पर तीन खेती बिलों के खिलाफ पिछले एक महीने से शांतमयी प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान भी चाहते हैं कि इस मसले का जल्द से जल्द हल निकाला जाये। दोनों मंत्रियों ने कहा कि केंद्र सरकार को भी जिद्द करना छोड़ कर नरमदिली से बातचीत के लिए आगे आकर किसानों के साथ बैठ कर इस मसले का तुरंत हल करना चाहिए जिससे किसान अपने घरों को वापस आ सकें।

दोनों मंत्रियों ने चिंता जाहिर करते हुये कहा कि ठंड का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और कई किसानों की संघर्ष के दौरान ठंड के कारण मौत भी हो चुकी है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुये कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि केंद्र सरकार जल्द इस मसले का हल निकाले। इसलिए अब केंद्र को भी चाहिए कि बिना किसी देरी के इस मसले का हल निकाला जाये।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पहले भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में किसानों पर थोपे जा रहे किसान विरोधी तीनों काले कानूनों समेत बिजली कानून को विधान सभा का विशेष सैशन बुला कर रद्द कर चुकी है। इसलिए केंद्र सरकार को भी जिद्द कर छोड़ कर बिना किसी देरी के यह कानून रद्द कर देने चाहिएं।

Written By
The Punjab Wire