कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला ने हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर पहुँच कर लंगर में हिस्सा डाला और किसानों के हक में लगाया हाँ-समर्थकीय नारा
चंडीगढ़, 28 नवंबर: पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के अन्नदाता किसान के साथ किए बुरे व्यवहार को देखते हुए लगता है कि मोदी सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ नारे की परिभाषा बदल कर ‘जा जवान, मार किसान’ कर दी है। इन शब्दों का प्रगटावा विजय इंदर सिंगला ने आज हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के मोदी सरकार द्वारा पास किए काले कानूनों के विरुद्ध शुरु किए गए संघर्ष में कांधा साझा करने के मौके पर किया।
इस मौके पर सिंगला ने किसानों का हाल-चाल जानने के अलावा लंगर में हिस्सा डाला और संघर्षशील किसानों को लंगर बाँटा। उन्होंने आन्दोलनकारी किसानों को भरोसा दिया कि सिफऱ् वही नहीं, बल्कि पूरा पंजाब उनके साथ है और इन काले कानूनों को वापस करवाने के लिए समाज के हर वर्ग द्वारा पूरी ताकत लगाई जाएगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि देश के अन्न भंडार में सबसे अधिक हिस्सा डालने वाला पंजाब का किसान आज मोदी सरकार द्वारा अपने कॉर्पोरेट मित्रों को लाभ देने के लिए लाए गए काले कानूनों को वापस लेने के लिए कई सौ किलोमीटर चल कर यहाँ रोष प्रदर्शन करने पहुँचा है।
विजय इंदर सिंगला ने कहा कि पिछले कई महीनों से काले कानूनों के विरुद्ध पंजाब में धरने कर रहे किसानों का मोदी सरकार ने हाल-चाल तो क्या जानना था, बल्कि अब दिल्ली आने के मौके पर सभी नियम-कानूनों का उल्लंघन कर सिफऱ् भाजपा के साथ वफ़ादारी दिखाते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग ही सील कर दिए। उन्होंने कहा कि बात सिफऱ् पंजाब के साथ लगते बॉर्डर सील करने पर ही नहीं रुकी, बल्कि देश के अन्नदाता पर अत्यधिक जाड़े में पानी वाली तोपों और आँसू गैस के गोलों के साथ हमला करने के साथ-साथ लाठीचार्ज भी किया गया। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिकता के सबसे बड़े केंद्र को संभालने वाले किसानों के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक करने वाली भाजपा सरकार को आने वाले समय में इसका खामियाज़ा ज़रूर भुगतना पड़ेगा।
सिंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, उनकी सारी कैबिनेट और पार्टी कृषि क्षेत्र पर छाए इन काले बादलों के विरुद्ध डटकर लोहा ले रहे हैं और किसी भी कीमत पर यह काले कानून पंजाब में लागू नहीं होने दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह बहुत हास्यास्पद बात है कि भाजपा के नेता मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को किसानों को भडक़ा कर आंदोलन करवाने के लिए जि़म्मेदार बता रहे हैं और राज्य में विरोधी पार्टियों के नेता उनको किसानों के विरुद्ध खड़ा बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों के नेता अपने निजी फायदों के लिए सिफऱ् बयानबाज़ी कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी का हर नेता किसानों के हकों के लिए उनके कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ रहा है।