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चै​किंग के दौरान वर्ष 2019 में जेलों में से 1086 मोबाईल किए बरामद

चै​किंग के दौरान वर्ष 2019 में जेलों में से 1086 मोबाईल किए बरामद
  • PublishedDecember 24, 2019

जेलों की सुरक्षा के लिए उठाए गए ठोस कदम

चंडीगढ़, 24 दिसम्बर। जेल मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा द्वारा जेलों की कड़ी सुरक्षा हर हाल में यकीनी बनाए जाने के दिए सख़्त निर्देशों का पालन करते हुए जेल विभाग द्वारा राज्य की जेलों में से बीते वर्ष 2019 में अब तक 1086 मोबाईल फ़ोन पकड़े गए। सुरक्षा में लापरवाही के लिए जि़म्मेदार अधिकारियों /कर्मचारियों के खि़लाफ़ विभाग द्वारा बनती कानूनी और अनुशासनात्मक कार्यवाही भी आरंभ की गई ।जिससे बाकी जेल कर्मचारियों को कड़ा संदेश दिया जा सके। यह जानकारी जेल विभाग के प्रवक्ता द्वारा आज यहाँ जारी प्रैस बयान के द्वारा दी गई।सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जेल मंत्री स. रंधावा की तरफ से भी यह सख़्त हिदायतें जारी हैं कि जेलों की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा और इस मामले में कोई ढील न बरती जाए। प्रवक्ता ने बताया कि जेलों में सुरक्षा के लिहाज़ से ‘ज़ीरो टॉलरैंस’ अपनाते हुए मुस्तैदी के साथ निरंतर की जाती चैकिंग और तलाशी के लिए इस्तेमाल किए जाते आधुनिक यंत्रों की मदद से इस वर्ष 23 दिसंबर तक कुल 1086 मोबाइल फ़ोन पकड़े गए जिनमें केंद्रीय जेल लुधियाना में 338, फिऱोज़पुर में 109, कपूरथला में 107, फरीदकोट में 96, अमृतसर में 95, पटियाला में 71, बठिंडा में 66, रूपनगर में 46, होशियारपुर में 34, नयी जेल नाभा में 29, संगरूर में 28, बरनाला में 22, मानसा में 6, गुरदासपुर में 3, पठानकोट में 2, बोस्र्टल जेल लुधियाना और महिला जेल लुधियाना में 1-1 मोबाइल बरामद हुए।उन्होंने आगे बताया कि चार केंद्रीय जेलों अमृतसर, कपूरथला, लुधियाना और बठिंडा में मुख्य द्वार, उच्च सुरक्षा ज़ोन और तलाशी के लिए केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके इलावा 12 जेलों में उच्च सुरक्षा ज़ोन स्थापित किये गए। जेलों के इन उच्च सुरक्षा जोनों में दरवाज़े पर मैटल डिटेक्टर, हाथों के द्वारा तलाशी हेतु यंत्र, सामान की स्कैनिंग के लिए एक्स-रे मशीनों, जेलों में मुख्य स्थानों और कंट्रोल रूम्ज़ में सी.सी.टी.वी. कैमरों की स्थापना, एस.एल.आर. और पिस्तौल जैसे आधुनिक हथियारों की खरीद, जेलों की बाहरी सुरक्षा के लिए क्विक एक्शन टीम (क्यू.आर.टी.), खोजी कुत्तों की तैनाती, जेल स्टाफ की भर्ती करते हुए 735 वार्डर और 84 मेट्रन नये लगाए, 10 डिप्टी जेल सुपरिडैंटों की भर्ती, 300 वार्डर और मेट्रन की हैड वार्डर और हैड मेट्रन के तौर पर पदोन्न्ती, जेल की सुरक्षा के लिए 16 डी.एस.पीज़ की तैनाती आदि अहम कार्य किये गए।—–

Written By
The Punjab Wire