जिला गुरदासपुर के शहीद हुए बाहदुर सैनिकों के परिवारों को याद करते हुए किया विशेश रुप से सम्मानित
गुरदासपुर, 10 नवंबर (मनन सैनी)। गुरदासपुर एजुकेशन सोसायटी की ओर से पूर्व शिक्षा मंत्री स्व. खुशहाल बहल के 94वें जन्मदिवस को समर्पित दिवस के रुप में गुरदासपुर पब्लिक स्कूल में मनाया गया। जिसमें डीसी गुरदासपुर मोहम्मद इशफाक मुख्य मेहमान के रुप में शामिल हुए। जबकि एसएसपी डा. राजिंदर सिंह सोहल विशेष रुप से शामिल हुए। जबकि कार्यक्रम का नेतृत्व एसएसएस बोर्ड के चेयरमैन व गुरदासपुर एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन रमन बहल ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला गुरदासपुर के शहीद हुए बहादुर सैनिकों के परिवारों को याद करते हुए व उनके परिवारिक सदस्यों को सम्मानित करते हुए किया गया, जिन्होंने देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। गुरदासपुर एजुकेशन सोसायटी की ओर से उक्त परिवारों को विशेष रुप से सम्मानित किया गया।
बहल ने अपने रुतबे का कभी गलत इस्तेमाल नही किया- डीसी इश्फाक
डीसी मोहम्मद इशफाक ने इस मौके पर कहा कि उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें पूर्व शिक्षा मंत्री खुशहाल बहल के 94वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे समर्पण दिवस में बतौर मुख्य मेहमान शामिल होने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि वह निजी तौर पर तो कभी उनसे नहीं मिले, लेकिन गूगल पर उनका नाम सर्च करने पर एक ईमानदार व नेक व्यक्ति के रुप में उन्हें बताया जाता है। उन्होने बताया कि बहल चार बार विधायक व तीन बार मंत्री रहे हैं। उन्होंने अपने रुतबे का कभी भी गलत इस्तेमाल नहीं किया और प्रशासनिक अधिकारियों पर गलत कार्य करने का दबाव नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि उनकी सोच व ईमानदार छवि के चलते कोई भी विरोधी सोच रखने वाला राजनीतिक आज उनके किरदार पर उंगली नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा कि बहल परिवार की ओर से कार्यक्रम के दौरान शहीद परिवारों को सम्मानित कर सराहनीय कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि जो कौम शहीदों को भूल जाती है, वे कभी आगे नहीं बढ़ सकती। इस लिए हमें शहीद परिवारों को हमेशा सम्मान देना चाहिए। उन्होंने जिले में चल रही विकास कार्यों पर भी रोशनी डाली।
खुशहाल बहल की शिक्षाओं पर चल रहा परिवार- एसएसपी सोहल
एसएसपी डा. राजिंदर सिंह सोहल ने कहा कि बहल ने लंबा समय सरकार का हिस्सा रहने के बावजूद पूरी ईमानदारी के साथ लोगों की सेवा की और समर्पित भावना से अपना काम करते रहें। उन्होंने कहा कि बहल की शिक्षाओं का ही परिणाम है कि आज उनके तीनों बेटे एक ही घर में एक छत्त के नीचे बहुत ही प्रेम भावना से जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि आज के समय में छोटी छोटी बातों को लेकर भाई-भाई का दुश्मन बना बैठा है। ऐसे में यह परिवार लोगों के लिए मिसाल कायम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के किसानों द्वारा इस बार पराली कम जलाई गई। जिसके चलते प्रदूषण काफी हद तक कंट्रोल में है। उन्होंने इस बार जिले के लोगों को प्रदूषण रहित दिवाली मनाने का आहवान किया।
पिता के बताए हुए मार्ग पर चल कर करते रहेगें जनता की सेवा, पद पर कभी दाग नही लगने देगें- रमन बहल
चेयरमैन रमन बहल ने बताया कि उनके पिता खुशहाल बहल की यह सोच थी कि गुरदासपुर क्षेत्र सीमावर्ती पिछड़ा होने के कारण शिक्षा के क्षेत्र में पीछा रह जाता है। जिसको देखते हुए उन्हें गुरदासपुर एजुकेशन सोसायटी का शुभारंभ किया ताकि जहां के लोगों को स्तरीय व उच्च शिक्षा मिल सकें। उन्होने कहा कि भले ही वह अपने पिता की बराबरी किसी भी सूरत में नहीं कर सकते, लेकिन वह हमेशा उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर जनता की सेवा करते रहेंगे और वह जिस भी पद पर रहेंगे, उस पर कभी भी दाग नहीं लगने देंगे। उन्होंने कहा कि डीसी मोहम्मद इशफाक द्वारा कोरोना महामारी के दौरान बढिय़ा सेवाएं देकर एक मिसाल कायम की है।
यह गणमान्य रहे मौजूद
कार्यक्रम के अंत में गुरदासपुर एजुकेशन सोसायटी की ओर से मुख्य मेहमानों व विभिन्न गणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर ब्रिगेडियर जीएस काहलों, महासचिव किशन शर्मा, प्लानिंग बोर्ड के चेयरमैन डा. एसएस निज्जर, सुच्चा सिंह सुलतानी, कैप्टन जोगिंद सिंह, नरिंदर कोहली, रजिंदर शर्मा प्रधान ब्राहम्ण सभा, मदन लाल जोशी, केशव बहल, जगतार सिंह घुम्मण, ललित मोहन, रघबीर सिंह कालरा, हितेश महाजन, एसएन वालिया, शाम लाल सैनी, जगतार सिंह, मोहन सिंह, मा. शशि, जैमस मसीह, विजय शास्त्री, चितरंजन वालिया, दीदार सिंह, शिव नंदा, गुरमीत सिंह, सुखविंदर सिंह, प्रवीन बहल, मा. सृष्टि पाल, रजेश बहल आदि पंच व सरपंच उपस्थित थे।