ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ ਪੰਜਾਬ

किसानों की गरज- खेती सुधारों के नाम पर खेती को तबाह कर निजी हाथों में सौंप रही केंद्र सरकार

किसानों की गरज- खेती सुधारों के नाम पर खेती को तबाह कर निजी हाथों में सौंप रही केंद्र सरकार
  • PublishedOctober 2, 2020

गुरदासपुर, 2 अक्तूबर (मनन सैनी)। केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए तीन खेती आर्डिनेंस के विरोध में शुक्रवार को दूसरे दिन भी किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक पर अनिश्चितकालीन समय के लिए धरना लगाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ गरज कर नारेबाजी की। आज के धरने का नेतृत्व कमलजीत सिंह, रणजीत सिंह, कपूर सिंह, तरलोक सिंह, हरदेव सिंह, सुबेग सिंह, अमरीक सिंह, अजैब सिंह, ठाकुर थुड़ा सिंह ने संयुक्त तौर पर किया।

किसान नेताओं ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों का पूरा कर्जा माफ करने और डा. स्वामीनाथन कमिशन की सिफारिशों अनुसार खेती फसलों का भाव देने का चुनाव वादा करके केंद्र में बनी मोदी सरकार की अध्यक्षता में भाजपा सरकार ने उक्त वादों को पूरा करने से मना कर दिया है। जबकि खेती सुधार के नाम पर खेती को तबाह किया जा रहा है और निजी कंपनियों के हाथों में सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल पास होने से सरकार खेती फसलों का भाव निर्धारित करने और खरीदने की जिम्मेदारी से बाहर होने के लिए खेती उत्पाद मार्किट कमेटी कानून खत्म हो जाएगा। सरकार किसानों के संघर्ष को दबाने के लिए प्रयास कर रही है। जिसके चलते सरकार ने धारा 144 लागू कर दी है। किसान नेताओं ने एकजुट होकर ऐलान किया कि मांगों की प्राप्ति तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। धरने को बलविंद सिंह, सतबीर सिंह सुलतानी, हरदेव सिंह, गुरदीप सिंह, सुखदेव सिंह, नरिंदर सिंह, अमरीक सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बलबीर सिंह रंधावा, चन्नण, दलीप सिंह, अजीत सिंह, जगीर सिंह, डा. अशोक भारती, पलविंदर सिंह, अजैब सिंह आदि उपस्थित थे।

Written By
The Punjab Wire