पंजाब को उड्डयन उद्योग के केंद्र के तौर पर उभारने के लिए एम.आर.ओ. फैसिलिटी की स्थापना को हरी झंडी
चंडीगढ़, 19 दिसम्बर:ओद्योगिक और व्यापारिक विकास नीति -2017 में अहम क्षेत्र के तौर पर पहचाने गए शहरी उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में मंत्रीमंडल ने पटियाला एविएशन काम्पलैक्स (पी.ए.सी.) में रख-रखाव, मरम्मत और जांचने (मेंटेनैंस, रिपेयर और ओवरहौल) के विकास के लिए 5000 स्क्वेयर फुट की क्षमता वाले चार स्थानों को लीज़ पर देने की मंज़ूरी दे दी है।मीटिंग के बाद एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस कदम का मकसद पंजाब के विकास को उड्डयन और रक्षा उद्योग के केंद्र के तौर पर उभारना है जिससे इस सैक्टर के भविष्यीय संभावनाओं का लाभ उठाने के साथ-साथ नौजवानों के लिए रोजग़ार के मौके सृजन किए जा सकें।उड्डयन विभाग ने इनवेस्टमेंट प्रोमोशन विभाग के निवेश पंजाब से पंजाब में एम.आर.ओ. फैसिलिटी की स्थापना करने के लिए पत्र प्राप्त किया था। विभिन्न कंपनियों ने पंजाब में ऐसी फैसिलिटी स्थापित करने में रूचि दिखाई थी और हवाई अड्डों के नज़दीक और प्राथमिक तौर पर हवाई अड्डों /फ्लाईंग क्लबों के हैंगरों के पास जगह देने की विनती की थी।चण्डीगढ़/पटियाला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नज़दीक होने के कारण एम.आर.ओ. फैसिलिटी स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थान है परन्तु शहरी उड्डयन विभाग के पास चण्डीगढ़/एस.ए.एस. नगर में कोई ज़मीन नहीं है। शहरी उड्डयन विभाग के पास पटियाला कंपलैक्स में लगभग 235 एकड़ ज़मीन है। इस समय कंपलैक्स में एक फ्लाईंग ट्रेनिंग स्कूल, मध्यम आकार के जहाजों के लिए इस्तेमाल किया जा सकने वाला रनवे, इंजीनियरों के लिए पंजाब स्टेट ऐरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कॉलेज और टैक्नीशियंज़ के लिए पंजाब एयरक्राफ्ट मेनटीनैंस इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित हैं। इसके अलावा कंपलैक्स में शहरी उड्डयन की रेगुलेटरी बॉडी-डायरैक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन भी स्थित है।