लोग मिसड काल देकर या 87509 -75975 पर वटसऐप मेसेज करके चैटबोट तक कर सकते हैं पहुंच
चंडीगढ़, 28 अगस्त: राज्य के नागरिकों को बिना संपर्क नागरिक सेवाएं देने का ढंग और बेहतर पहुँच मुहैया करवाने की एक विलक्षण कोशिश के तौर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से ‘एमसेवा वटसऐप चैटबोट ’ की शुरूआत की गई है जोकि कोविड -19 महामारी के दौरान अपने मसलों के हल के लिए आम लोगों के लिए बहुत मददगार और लाभकारी होगी। लोग मिसड काल देकर या 87509 -75975 पर वटसऐप मेसेज करके चैटबोट तक पहुँच कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता के अनुसार, कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से इन मुश्किल हालातों में, जब देश भर में हर कोई एक दूसरे से सामाजिक दूरी बना कर रख रहा है और घर से बाहर जाने से गुरेज़ कर रहा है, नागरिकों को अपनी स्थानीय निकाय से सेवाएं प्राप्त करने के लिए बेहतर पहुँच और बिना संपर्क सेवाएं लेने का ढंग प्रदान करने के उद्देश्य से चैटबोट की शुरुआत की गई है।
इस एमसेवा वटसऐप चैटबोट की शुरूआत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेवा नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के बहुत ही कम समय में अपनी शिकायतों को आसानी से दर्ज और ट्रैक करने में सहायता करेगी। उन्होंने बताया कि यह चैटबोट फि़लहाल चार नगर निगमों फगवाड़ा, जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर और 1 नगर कौंसिल – ज़ीरकपुर में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू की गई है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ऐलान किया कि पायलट प्रोजैक्ट के सफलतापूर्वक पूरा होने पर पंजाब में 167 शहरी स्थानीय निकायों के नागरिक अपनी शिकायतें दायर करने और उनकी स्थिति संबंधी जानने के लिए वट्टसऐप चैटबोट का प्रयोग कर सकेंगे।
सार्वजनिक शिकायतों का समय पर निर्णय करना पंजाब सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। डिजिटल सिटिजन सर्विसिज फस्ट पहुँच के हिस्सेके तौर पर, हम 2018 से नागरिक केंद्रित म्युंसपल सेवाओं को डिजीटलाईज किया है और 10 से और ज्यादा सेवाओं तक आनलाइन पहुँच की जा सकती है। सेवाओं का विस्तार करते हुये अब हम व्यापक तौर पर इस्तेमाल किये जाते मैसेजिंग प्लेटफार्म, वटसऐप से नागरिक शिकायतों के हल का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे नागरिकों के तजुर्बो में सुधार आऐगा और मुद्दों के तेज़ी से निपटारे से नागरिकों में आपसी सांझ बढ़ेगी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि लोग मिसड काल देकर या 87509 -75975 पर वटसऐप मेसेज करके चैटबोट तक पहुँच कर सकते हैं। एक बार चैट शुरू होने के बाद, चैटबोट उनको शिकायतों की सूची में से अपनी शिकायतें दायर करने, दायर की गई शिकायतों के साथ तस्वीरों अटेच करने और हर शिकायतों की स्थिति संबंधी जानने सम्बन्धी सीध प्रदान करेगी और इस तरह शहरी स्थानीय निकायों के दफ़्तर जाने या वेब पोर्टल और लोग इन करने और नैवीगेट करने की ज़रूरत नहीं रहेगी। जैसे कि नागरिक स्थानीय निकाय से सुविधाजनक प्रक्रिया, आसान पहुँच, जल्द जवाब और जवाबदेही की माँग करते हैं, एमसेवा वटसऐप बोट नागरिकों को फ़ोन के ज़रिये सरकार के नज़दीक लेकर आयेगी।
400 मिलियन से अधिक प्रयोक्ताओं के साथ, भारत वट्टसऐप के लिए विश्व स्तर पर सबसे बड़ी मार्केट बन गया है। अधिक से अधिक नागरिकों के लिए वटसऐप की व्यापक और आसान पहुँच के लिए पंजाब म्युंसपल बुनियादी विकास कंपनी (पी.एम.आई.डी.सी.), स्थानीय निकाय विभाग, पंजाब ने डिजिटल ट्रांसफारमेशन की रौशनी में ई-गव संस्था के साथ हिस्सेदारी में यह प्रौद्यौगिकी आधारित पहल की है। पी.एम.आई.डी.सी और ई-गव पहले ही एमसेवा वटसऐप बोट पर सेवाओं के विस्तार के लिए मिल कर काम कर रहे हैं और अगले 3-4 महीनों में पंजाब भर के नागरिक भी एमसेवा वटसऐप चैटबोट के द्वारा अपने पानी और सिवरेज के बिलों की अदायगी कर सकेंगे और देख सकेंगे।
इस दौरान ई -गव के सीईओ विराज त्यागी ने कहा कि यह कदम नागरिक सेवाओं की सुपुर्दगी में तबदीली लाने के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने बताया कि शहरों में लोगों की जि़ंदगी के मानक में सुधार लाने के अलावा नागरिकों को तुरंत सेवाओं प्रदान करना प्रमुख प्राथमिकता है और ई-गव सार्वजनिक डिजिटल गुड्ड – डिजिट – ओपन -सोर्स प्लेटफार्म के साथ इसको और बल दे रहा है।
गौरतलब है कि ई -गव संस्था की स्थापना 2003 में नन्दन नीलकनी और श्रीकांत नाधमुनी द्वारा शहर के प्रबंधकों के साथ हिस्सेदारी के लिए की गई थी जिससे हमारे शहरों में जीवन के अच्छे मानक के लिए प्रौद्यौगिकी का लाभ उठाया जा सके।