भारत के साथ लगता करीब 260 मीटर लंबे पुल का पाकिस्तान में होगा निर्माण
गुरदासपुर, 27 अगस्त (मनन सैनी)। पाकिस्तान से गुरुवार को इंजिनियरों के चार दल का वफद करतारपुर कारिडोर के जीरों लाईन के जरिए भारत पहुंचा । भारत तथा पाकिस्तानी अधिकारियों की मीटिंग भारत की ओर से बनाए गए पुल पर हुई। इस दौरान पाकिस्तान के इंजिनियरों की ओर से भारतीय अधिकारियों संबंधी भारत में बने 100 मीटर लंबे पुल के साथ पाकिस्तान में बनने वाले 260 मीटर लंबे पुल का निर्माण शुरु होने की बात की गई।
एक घंटे तक चली मीटिंग में भारत की ओर से लैंड पार्ट अथारिटी ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर दलवीर सिंह सारन, जेई अमनप्रीत सिंह, टीम लीडर ऐ पी सिन्हा, रेजिडेंट इंजिनियर अमित मेहरा एवं सीगल इंडिया प्राईवेट लिम कंपनी के डिप्टी जनरल मैनेजर जतिंदर सिंह, अजीतपाल सिंह, अर्शदीप सिंह मौजूद थें। वहीं पाकिस्तान की तरफ से आए सर्वें में मुराद अलि कसाना( जीआईएस) विशेशज्ञ, अमजद अलि, तारिक महमूद, मोहम्मद फैजल ( तीनों सर्वेयर) मौजूद थे। पाकिस्तान की ओर से इस बाबत कोई बड़ा अधिकारी नही आया।
वहीं इस मौके पर जनरल मैनेजर जतिंदर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान सरकार इस पुल को बनाने के लिए गंभीरता दिखा रही है। हालाकि पाकिस्तान की ओर से कोई बड़े अधिकारी नही आए। उन्होने बताया कि पाकिस्तान की ओर से पुल बनाने की पहली स्टेज होने के चलते सर्वें किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि अगर सब कुछ तय समय सीमा के अंदर होता है तो पाकिस्तान की तरफ से यह पुल 1 साल में बनने की संभावना है।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से यह पुल बनाना बहुत जरूरी है ,नहीं तो रावी दरिया का पानी काफी नुकसान कर सकता है। उन्होंने बताया कि ब्रिज की लंबाई 260 मीटर है जिसे पाकिस्तान इंजीनियरों ने बनाना है। जितेंद्र सिंह ने आगे बताया कि पाकिस्तानी इंजीनियरों ने उन्हें बताया है कि अभी पुल प्रीलिमिनरी डिजाइनिंग स्टेज पर है। वह डाटा लेकर जाएंगे और उसके बाद डिजाइनिंग करने के बाद वह ब्रिज का निर्माण शुरू कर देंगे।