सात पाकिस्तानी इंजिनियरों का वफद गुरुवार को सर्वे के लिए आएगा भारत
भारत ने पहल करते हुए शुरु में ही खत्म किया था अपने हिस्से के पुल का निर्माण
मनन सैनी
गुरदासपुर । करतारपुर कारीडोर के जरिए श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा दर्शनों को जाने के लिए भारत की ओर से की गई पहल के उपरांत अब पाकिस्तान सरकार ने भी पुल के काम को शुरु करने में दिलचस्पी दिखाई है। जिसके चलते पाकिस्तान अब अपने इलाके में पुल के निर्माण करवा सकता है। इसी के तहत गुरुवार को पाकिस्तानी इंजिनियरों के सात सदस्यों का वफद भारत में बने पुल का सर्वे करने के लिए भारत आ रहा है।
इस संबंधी नैशनल हाईवे एथारिटी ऑफ इंडिया की ओर से बकायदा पत्र जारी किया है तथा बीएसएफ के अधिकारियों ने भी इस संबंधी परमिशन दे दी है। पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान से सात इंजिनियरों का दल भारतीय इंजिनियरों के साथ ज्वाईंट सर्वें करेगा। यह पत्र प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुनील यादव की ओर से लिखा गया है।
डीआईजी बीएसएफ राजेश शर्मा ने इस मीटिंग की पुष्टी करते हुए बताया कि उन्हे सिर्फ यह बताया गया है कि पाकिस्तान अपने इलाके में जो पुल का हिस्सा छोड़ा गया है अब बनाना चाहता है। इससे ज्यादा उन्हे कुछ नही पता। गौर रहे कि करतारपुर कारिडोर का उद्घाटन होने से पहले ही 16 अक्तूबर 2019 से पहले तक भारत सरकार की ओर से अपने हिस्से के पुल का निर्माण कर दिया गया था। जबकि पाकिस्तान की तरफ से उस पुल को शुरु भी नही किया गया था। जिसके चलते श्रदालुओं को दर्शनों के लिए भेजने हेतूं पुल के साथ एक सड़क निर्माण करवाया गया था।