विरोध-किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने केंद्र सरकार और कैप्टन सरकार का पुतला जला किया प्रर्दशन
गुरदासपुर, 9 अगस्त ( मनन सैनी ) । किसान/मजदूर विरोधी नीतियों से परेशान किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने गांव बाऊपुर अफगाना में डेरा बाबा नानक रोड जाम कर केंद्र की मोदी सरकार और कैप्टन सरकार की पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। जिसका नेतृत्व रणबीर सिंह डुग्गरी कर रहे थे।
इस दौरान वरिष्ठ किसान नेता बख्शीश सिंह सुल्तानी ने बताया कि 2006 से बिहार में सरकारी खरीद बंद कर जो खेती मॉडल बिहार में लागू किया गया। वह बुरी तरह फेल रहा। परिणामस्वरुप किसानों की हालत अब बेहद दयनीय हो चुकी है। उधर, खेती सुधारों के नाम पर पूरे भारत में जो तीन ऑर्डिनेंस और बिजली संशोधन बिल 2020 व भूमि अधिग्रहण 2013 में संशोधन बिल लाए जा रहे हैं, उससे देश के 99 फीसदी लोगों की तबाही निश्चित है।
इन बिलों के लागू होने से किसान वर्ग ही नहीं, बल्कि मजदूर, दुकानदार, आढ़ती, कारखानेदार, व्यापारी, मुलाजिम वर्ग भी प्रभावित होगा। क्योंकि देश की प्रमुख आर्थिकता का स्त्रोत है खेतीबाड़ी ही है और यदि देश में खेती तबाह हो जाएगी तो देश की आर्थिकता भी बुरी तरह प्रभावित होगी। सरकारों की लोक विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करते हुए सात सितंबर को डीसी दफ्तरों के आगे पक्का मोर्चा लगाकर गिरफ्तारी दी जाएंगी। यदि सरकार फिर भी प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी नहीं करती तो संगठन खाडक़ू संघर्ष कर जेलों के दरवाजे खोलने के मजबूर कर देंगे।
उन्होंने बताया कि संघर्ष को सफल बनाने के लिए पुतला फूंक प्रदर्शन से पहले संगठन के जोन दोरांगला के नेताओं ने गांव बाऊपुर अफगाना में मीटिंग कर मेंबर कमेटी का गठन किया। इस मौके पर गुरजंट सिंह प्रधान, सुखदेव राज सचिव, बख्शीश सिंह खजानची के अलावा राज कुमार, गुरप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, रजिंदर सिंह, सुखदेव सिंह, जतिंदर कुमार, कर्मजीत सिंह और हरदीप सिंह आधारित कमेटी गठित की गई। इस मौके पर सुच्चा सिंह बलगन, निर्मल सिंह, करनैल सिंह, बख्शीश सिंह बाऊपुर, सुखदेव सिंह, सुखविंदर सिंह, सतनाम सिंह, दिलबाग सिंह, अनोख सिंह सुल्तानी ने भी संबोधित किया।