कई अधिकारी किए गए होम आईसोलेट, विशेशज्ञों का कहना सैंपल देने के बाद 10 दिन होम आईसोलेट होना जरुरी
जिलें में दाखिल एक्टिव मरीजो की संख्या घट कर हुई 15, अन्य जिलों में दाखिल मरीजों की संख्या 13
गुरदासपुर, 15 जून (मनन सैनी)। बुधवार को जिला गुरदासपुर में कोई नया केस सामने नही आया है। वहीं जिले के अस्पतालों में भी दाखिल मरीजों की संख्या घट कर मात्र 12 रह गई है, जबकि 3 को होम क्वारंटाइन किया गया है। हालाकि बाहरी जिलों में दाखिल जिले से संबंधित मरीजों की संख्या 13 है। गुरदासपुर में अभी तक कुल 304 मरीज है। जिसमें 232 मरीज ठीक हो चुके है। जबकि अन्य बिमारियों से ग्रस्त कोविड़-19 संक्रमित मरीजों की संख्या 9 है।
जिला प्रशासन तथा स्वस्थ्य अधिकारियों की बढ़िया कार्यप्रणाली तथा संदिग्ध कोरोना संदिग्ध को ट्रेस कर उनका ट्रैक रिकार्ड चेक कर, उनके टैस्ट कर तथा उन्हे ट्रीट कर जिले के डेरा बाबा नानक हलके में कोरोना के बढ़ते कदमों पर लगाम लगाई थी। जिसे 20 मरीजों के बाद में शुन्य पर ले आया गया।
परन्तु इसी बीच गत दिवस पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा जोकि हलका फतेहगढ़ चूड़िया से है के संक्रमित आने से स्वस्थ्य विभाग की मुश्किले बढ़ गई है। जिसके चलते स्वस्थ्य विभाग की ओर से कई बड़े स्तर के अधिकारियों को होम आईसोलेट कर दिया गया है। स्वस्थ्य विभाग की ओर से मंत्री के संपर्क में आने वाले लोगो को ट्रेस किया जा रहा है, जिसमें फतेहगढ़ चूड़ियां, कादियां हलके के लोग भी शामिल है।
गौर रहे कि मुख्य कारण मंत्री की पहली रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद वह फतेहगढ़ चूड़िया में बनाए गए 15 बैड़ माई दौलतां जच्चा बच्चा अस्पताल के उद्घाटन समारोह के दौरान मौजूद थे। जिसमें खुद पंजाब के स्वस्थ्य मंत्री,प्रशासनिक अधिकारी, स्वस्थ्य विभाग के अधिकारी, पत्रकार एवं समर्थक मौजूद थे। हालाकि इस दौरान मंत्री बाजवा की ओर से मास्क लगाया हुआ था। परन्तु एहतियात के तौर पर तथा प्रोटोकोल को फोलो करते हुए स्वस्थ्य विभाग की ओर से उनके संपर्क में आने वालों मुख्य लोगो को होम आईसोलेट किया गया है। वहीं स्वस्थ्य विभाग पंजाब का कहना है कि मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा की तबीयत बिलकुल ठीक है।
वहीं इस घटना संबंधी स्वस्थ्य विभाग के विशेशज्ञों का कहना है कि सैंपल देने के दस दिनों तक खुद को होम आईसोलेट करना बेहद जरुरी होता है। जबकि इस दौरान कभी भी प्रकार की तकलीफ पेश आने पर तुरंत दोबारा डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। जिसका सभी को पालन करना चाहिए।