गुरदासपुर, 8 जुलाई। अपनी मांगों को लेकर फासी हमलो विरोधी फ्रंट ने मक्खन कोहाड़ व गुरमीत सिंह बख्तपुरा के नेतृत्व में केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार लोगों को राहत देने की बजाए लोक विरोधी फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के रोजगार व कारोबार को बचाने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। सबसे अधिक मंदी की मार गरीब वर्ग को झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यदि कोई सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते है तो सरकार उसके खिलाफ केस दर्ज करके जेल में बंद कर देती है।
उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें अंग्रेजो के नक्शे कदमो पर चल रही है। सरकार के लोक विरोधी फैसलों के प्रति लोगो व खास करके मजदूर व किसान वर्ग में भारी रोष है। उन्होने मांग की है कि राज्य भर में राजनीतिक व सार्वजनिक एकत्र पर लगाई पाबंदी हटाई जाए, कोरोना महामारी के दौरान आम लोगों पर दर्ज किए झूठे केस खत्म करें, झूठे आरोपों में गिरफ्तार बुद्धिजीवि, नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लेने वाले झूठे आरोपो में गिरफ्तार सैंकड़ो लोगों, नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाए और झूठे केस रद्द किए जाए, यूएपीए, अफसपा, एनएसए, पीएसए नाम के काले कानून रद्द किया जाए, श्रम कानूनों में की सभी मजदूर विरोधी संशोधनें रद्द की जाए, महामारी के दौरान लाकडाऊन का शिकार हुए मजदूरों के खातों में मार्च महीने से दस हजार रुपे प्रति महीना डाला जाए, खेती क्षेत्र के लिए लाए गए तीन आर्डिनेंस व बिजली एक्ट 2020 रद्द किया जाए।