प्रेम संबंधों के चलते मां पर लगाया अपने नन्हें बच्चे पर तेजाब डालने का आरोप।
आप्रेशन के दौरान डाक्टरों ने रिंग फिंगर को काटा, शेष अंडर ओबजर्वेशन रखी
आरोप लगाने वाली सगी बहन, एक ही घर में ब्याही थी दोनो बहने, पुलिस ने बताया पारिवारिक कलह
गुरदासपुर (मनन सैनी)। एक पांच साल के बच्चे पर तेजाब डाल कर उसे जलाने का प्रयास उसी की सगी मां की ओर से किया गया। यह आरोप एक बहन की ओर से अपनी दूसरी सगी बहन पर लगाए गए है जो एक ही घर में ब्याही थी। हालाकि एक के पति की मौत के बाद वह औरत अपने बच्चे को साथ लेकर जांलधर चली गई। जिस संबंधी छोटी बहन ने आरोप लगाए कि यह प्रयास प्रेम संबंधों के चलते प्रेमी के कहने पर किए गए है। घटना करीब डेढ़ माह पहले की बताई जा रही है। इस संबंधी पुलिस का कहना है कि उन्हे कोई लिखित शिकायत नही दी गई और यह पारिवारिक कलह का मामला था।
सिवल अस्पताल बटाला में बच्चे का ईलाज करवाने आई 5 वर्षीय बच्चे की मासी गुरप्रीत कौर जोकि कादियां के उच्चा ठीकरी वाल निवासी है ने बताया कि उसकी बहन पूजा तथा उसकी शादी एक ही घर में डेरा बाबा नानक के गांव खोजेबेट में हुई। पूजा की शादी कुलदीप सिंह के साथ हुई थी। वहां पर उसके घर दो बेटीयों तथा 1 बेटे ने जन्म दिया। लेकिन कुछ देर बार पूजा के पति की मौत हो गई । गुरप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि उसकी बहन के सम्बन्ध किसी अन्य व्यक्ति से बन गये जिस पर वह अपनी दोनो बेटीयां छोड़ कर बेटे को साथ लेकर प्रेमी के साथ जालन्धर चली गई। जहां वह अपने प्रेमी के कहने पर अपने 5 वर्षीय बेटे पर अत्याचार करने लगी तथा करीब डेढ़ माह पहले उसने अपने बेटे पर तेजाब डाल दिया। जिसमें उसके एक हाथ की पांच ऊँगलीयां, टांगे तथा सिर जल गया।
इस सम्बन्ध में हफ्ता पहले सूचना मिली तो वह खुद वहां पर गई तथा बच्चे को साथ लेकर अपने किराये के घर ठीकरीवाल में आ गई। उसने बताया कि इस संबंधी उन्होने डेरा बाबा नानक पुलिस स्टेशन में शिकायत भी की। परन्तु पुलिस ने दोनो पक्षों को बुला कर कहा कि घटना को बहुत देर हो चुकी है तथा मामला दर्ज नही किया।
गुरप्रीत कौर ने बताया कि वह बहुत गरीब है तथा बच्चे का इलाज करवा पाने में असमर्थता महसूस करते हुये बच्चे उसने समाज सेवी संस्था खालसा ऐड फाऊँडेशन की संस्था के जगजीत सिंह से सम्पर्क साधा तथा फस्ट एड देने के बाद जगजीत द्वारा अनमोल कवात्तरा एन जी ओ के कादियां के संचालक लविश अरोड़ा के सहयोग से बच्चे को बटाला के सिविल अस्पताल ले जाया गया है ताकि बच्चे का इलाज करवाया जा सके।
लविश अरोड़ा ने बताया कि डाक्टरों का कहना था कि बच्चे की ऊँगलीयां पर तेजाब गिरा है जिसके चलते वह पूरी तरह झु़लस चुकी हैं तथा अगर शीघ्र ओप्रेशन कर हाथ न कटवाया तो धीरे धीरे शेष हाथ भी काटना पड़ सकता है। जिसके चलते आप्रेशन के दौरान डाक्टरों द्वारा बच्चे की रिंग फिंगर को कांट दिया गया है जबकि अन्य चार ऊंगलीयों के लिये 1 सप्ताह का समय दिया गया है कि अगर रिकवरी होनी शुरू हो जायेगी तथा ऊंगलीयां बच जायेंगी वरना शेष ऊंगलीयां भी काटनी पड़ सकती हैं।
वहीं थाना डेरा बाबा नानक के प्रभारी दलजीत सिंह ने बताया कि उक्त परिवार की ओर से उन्हे कोई लिखित शिकायत नही दी गई और न ही कोई मेडिकल सर्टिफिकेट दिया गया। घरेलू कलह के कारण दोनो पक्ष उनके पास आए थे जिनमें बच्चे की मां भी थी जिसने बताया था कि बच्चा सीड़ियों से गिरा है तथा दोनो पक्ष सहमत होकर चले गए थे। किसी की ओर से कोई लिखित शिकायत या परचा दर्ज करने की मांग नही की गई।