राज्य द्वारा 4 सरकारी लैबों – आर.डी.डी.एल-एन.जैड जालंधर, गुरू अंगद देव वैटरनरी एंड एनिमल साईंसिस यूनिवर्सिटी लुधियाना, पंजाब बायोटैक इनक्यूबेटर मोहाली और स्टेट एफ.एस.एल. मोहाली में टेस्टिंग शुरू करने की योजना
4 केंद्रीय संस्थानों आई.आई.एस.ई.आर मोहाली, एन.आई.पी.आर मोहाली, एन.ए.बी.आई मोहाली और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में की जा रही है लैबों की सथापना
जिला हस्पताल बरनाला, रूपनगर, लुधियाना और होशियारपुर में 4 नई लैबों की स्थापना के लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा
चंडीगढ़, 13 मई:पंजाब में 13 मई, 2020 तक कोविड-19 के 41849 टैस्ट किये जा चुके हैं। पंजाब में टैस्टों की संख्या में विस्तार किया गया है और 1392 टैस्ट प्रति दिन प्रति मिलियन किये गए हैं। यह राष्ट्रीय औसत के प्रति दिन प्रति मिलियन 1243 टैस्टों से ज्यादा है। यह जानकारी पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आज यहाँ जारी एक प्रैस बयान में दी।उन्होंने बताया कि पंजाब द्वारा राज्य में टेस्टिंग के लिए प्रभावशाली पहुँच अपनाई गई है। राज्य ने अपनी टेस्टिंग रणनीति तैयार की है। यह रणनीति सैंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च, नई दिल्ली और जोहनस हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, यूएसए के मैडीकल माहिरों के सुझावों अनुसार तैयार की गई है।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब ने लेबों की क्षमता में विस्तार करके अपनी टेस्टिंग दर में तेजी के साथ विस्तार किया है। पंजाब में 2 मई 2020 तक 20,000 सैंपल लिए गए थे। इसको आगे बढ़ाते हुए राज्य में अगले 10,000 टैस्ट सिर्फ 5 दिनों में किये गए और 7 मई तक 30,000 टैस्ट किये जा चुके थे। कोविड-19 के संदिग्ध मामलों के टैस्ट करने के लिए राज्य द्वारा अपनी सरकारी मैडीकल कॉलेज की लेबों का पूरी क्षमता के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य की टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत सरकार की संस्थाओं जैसे कि आई.एम.टेक चंडीगढ़ और पीजीआई चंडीगढ़ के साथ-साथ कुछ आईसीएमआर से मंजूरी प्राप्त लैबों को भी शामिल किया गया है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मैडीकल एजुकेशन और रिसर्च विभाग, पंजाब द्वारा 3 सरकारी मैडीकल कॉलेजों के लिए और 3 एमजीआई-एसपी960 ऑटोमेटिड हाई थू्रपुट आरएनए एक्स्ट्रैक्शन सिस्टम्स खरीदने के लिए ऑर्डर तैयार कर लिए गए हैं। राज्य द्वारा 4 और सरकारी लैबोरेटरियों आरडीडीएल-एनजैड जालंधर, गुरू अंगद देव वैटरनरी एंड एनिमल साईंसिस यूनिवर्सिटी लुधियाना, पंजाब बायोटैक इनक्युबेटर मोहाली और स्टेट एफएसएल मोहाली में टेस्टिंग शुरू करने की योजना है। इसके अलावा 4 केंद्रीय संस्थानों आईआईएसईआर मोहाली, एनआईपीईआर मोहाली, एनएबीआई मोहाली और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में भी 4 लैबोरेटरियां तैयार की जा रही हैं।स. बलबीर सिंह सिद्धू ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब द्वारा भारत सरकार को 4 और सरकारी लैबोरेटरियां जिला हस्पताल बरनाला, रूपनगर, लुधियाना और होशियारपुर में स्थापित करने की योजना बनाकर भेजी गई है। इसके साथ-साथ 15 ट्रूनाट मशीनें भी खरीदने की योजना पर काम किया जा रहा है। राज्य द्वारा पटियाला और फरीदकोट में सीबीनाट टेस्टिंग की शुरुआत विचाराधीन है। सरकारी लैबोरेटरियों द्वारा भी कम खतरे वाले इलाकों में पूल टेस्टिंग की जा रही है जिससे राज्य में टेस्टिंग क्षमता में विस्तार किया जा सके।
अब तक राज्य में लगभग 7435 पूल टैस्ट किये जा चुके हैं।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि निगरानी के उद्देश्य से टेस्टिंग के लिए सैंपल लेने के लिए लगभग 111 फ्लू कॉर्नर और 161 टीमें फील्ड में सैंपल इकठ्ठा करने का काम कर रही हैं। सभी मैडीकल स्टाफ को निर्विघ्न सैंपल इकठ्ठा करने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया गया है। सभी हैल्थ केयर वर्करों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए सभी जरूरी प्रोटैक्टिव गियर जैसे कि पीपीई किटें, एन-95 मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं। घर-घर जाकर इनफ्लूएंजा लाईक इलनैस्स (आईएलआई) या सवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनैस्स के लक्षणों वाले लोगों की निगरानी और पहचान करके स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए 379 रैपिड रिस्पांस टीमें लगाई गई हैं। इसमें मैडीकल अफसर / मल्टीपर्पज़ हैल्थ वर्कर / स्टाफ नर्स शामिल हैं। राज्य द्वारा टेस्टिंग की नई तकनीकें जैसे कि मोबाइल सैंपलिंग कुलैकशन क्युसक बनाए गए हैं। यह क्युसक राज्य में अलग-अलग 124 स्थानों पर स्थापित किये जा रहे हैं।