गुरदासपुर जिले में कोविड़-19 के कुल 123 मरीज, 12 मरीज गुरदासपुर से संबंधित परन्तु दूसरे जिले में दाखिल – डीसी मोहम्मद इश्फाक
गुरदासपुर (मनन सैनी)। जिला गुरदासपुर के लिए अच्छी खबर है कि गुरदासपुर में पाए गए दो सक्रिय मरीज जिसमें संतनगर निवासी समाजसेवी तथा गांव भून की महिला के संपर्क में आने वाले सभी लोगो के सैंपल नैगेटिव पाए गए है। इससे अभी तक गुरदासपुर में कम्यूनिटी ट्रांसमिट नही हुआ है। परन्तु वहीं माहिरों का कहना है कि संक्रमित पाए गए मरीजों में लक्षण न होने की वजह से अब साईलैंट स्प्रेडर का खतरा बना हुआ है। हालाकि गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर का कहना है कि जिला पूरी तरह से सील होने के चलते गुरदासपुर में फिलहाल ऐसा कोई खतरा नही है।
गुरदासपुर के डिप्टी कमिशनर मोहम्मद इश्फाक की ओर से सोमवार को विस्तारपूर्वक जानकारी प्रैस ब्यान के जरिए सांझा की गई। जिसमें डीसी इश्फाक ने बताया कि जिला गुरदासपुर में कोविड़-19 के 1812 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए थे जिसमे से 1602 की रिपोर्ट नैगेटिव प्राप्त हुई है। जिला गुरदासपुर में कुल 123 मरीज पाॅजिटिव पाए गए है , जबकि 12 संक्रमित मरीज ऐसे है जो गुरदासपुर जिले से संबंधित है परन्तु दूसरे जिलों में या तो उपचारधीन है या रहते है। अभी तक कुल 75 संदिग्धों की रिपोर्ट पेडिंग है।
उन्होने बताया कि 123 पॉजिटिव मरीजों में 2 मरीज लोकल गुरदासपुर के थे जबकि 120 यात्री ( जिसमें तख्त श्री हजूर साहिब, नादेड़ तथा अन्य राज्यों से संबंधित है। जिन्हे विभिन्न जगहों पर एकांतवास किया गया है। जबकि गांव भैणी पसवाल के एक मरीज की पिछले दिनों मौत हो चुकी है। उन्होने बताया कि 122 पीड़ित तंदरुस्त है।
उन्होने बताया कि 12 पाॅजिटिव मरीज, जो गुरदासपुर जिले से संबंधित तो है परन्तु रहते अन्य जिलों में है और वहीं दाखिल है तथा यह गुरदासपुर जिले में आए ही नही है।
डीसी गुरदासपुर ने जिला गुरदासपुर निवासियों को अपील करते हुए कहा कि वह कोरोना वायरस को लेकर किसी तरह की घबराहट में न आए। बल्कि जिस तरह पहले सावधानी बरती है और स्वस्थ्य विभाग की हिदायत की पालना की है वह उसे लगातार अपनाए। उन्होने कहा कि लोग घरों में रहने को प्राथमिकता दें और सोशल डिस्टैंसिग का पालन करते रहे। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क जरुरी तौर पर पहने और अपने हाथों को बार बार साबुन से जरुर धोएं।