पी.जी.आइ के 7 डाक्टरों और 1 नर्स को भी मिलेगा पुरस्कार
पी.जी.आइ के नर्सिंग स्टाफ और अस्पताल अटैंडैंटस के लिए सांझे अवॉर्ड का ऐलान
चंडीगढ़, 3 मई:कोविड -19 के विरुद्ध जंग में बेमिसाल सेवाएं निभाने वाले पुलिस मुलाजिमों और डाक्टरों को सम्मानित करने के अपने यत्नों की लगातारता में पंजाब पुलिस की तरफ से 108 पुलिस कर्मचारियों, स्वास्थ्य विभाग के 3 डाक्टरों, 1समाज सेवी और 9 पी.जी.आइ डाक्टरों / नर्स की समाज के प्रति मिसाली सेवा के लिए प्रतिष्ठित पुरुस्कार डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस ऑनर एंड डिस्क के लिए चयन किया गया है।
फरीदकोट के एक समाज सेवी, जिसने गरीबों को सूखे राशन और पके खाने की सप्लाई के लिए एन.जी.ओज़ को एक सांझे प्लेटफार्म पर लाया, को भी इस पुरुस्कार के लिए चयन किया गया है।
पुरुस्कार के लिए चयनित किये गए पीजीआइ के डाक्टरों में से चार डाक्टर प्लास्टिक सजऱ्री विभाग और एक पुरुस्कार इसी अस्पताल की नर्स शीतल को मिलेगा। इसके अलावा पीजीआइ के प्लास्टिक सजऱ्री विभाग के समूचे नसिंग स्टाफ और अस्पताल अटैंडैंटस को सांझा अवॉर्ड मिलेगा।
गुप्ता ने बताया कि पुरुस्कार के लिए चुने गए पुलिस मुलाजिमों में ए.एस.पीज़ (4), डीएसपीज़ (14), इंस्पेक्टर (14), सब इंस्पेक्टर (13), ए.एस.आई (21) और हैड कांस्टेबल / कांस्टेबल (42) शामिल हैं।
पीजीआइ के प्लास्टिक सजऱ्री विभाग के 4 डाक्टर डा. मोहसिना सुबेर, डा. गौतम कमपल्ली, डा. अंशु तिवाड़ी, डा. तारुश गुप्ता और पीजीआइ के एनसथीसिया विभाग के 3 डाक्टर डा. निधी पांडा, डा. राशि सरना, डा. कनिका चिटोरिया हैं। पीजीआइ स्टाफ को 12 और 14 अप्रैल को 2 सफल सर्जरियों और सजऱ्री के बाद के इलाज और देखभाल का सेहरा जाता है जिस कारण एसआई हरजीत सिंह को जल्द छुट्टी मिली और उनके स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार हुआ।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि पुरस्कार की तीसरी लड़ी में बेमिसाल सेवाएं निभाने वाले 121 अधिकारी, डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ, अस्पताल अटैंडैंटस और व्यक्तिगतों का चयन किया गई है जिन्होंने कफ्र्यू/तालाबन्दी के दौरान ड्यूटी लाईन से आगे जाकर लोगों की सेवा की।
कोविड -19 के इस मुश्किल समय में समाज के प्रति बेमिसाल सेवाएं निभाने वाले प्रसिद्ध एवॉर्डियों संबंधी जानकारी देते डीजीपी ने कहा कि डा. अमन शर्मा, जोकि लुधियाना (ग्रामीण) के पुलिस अस्पताल में मैडीकल अफ़सर के तौर पर तैनात हैं, ने पुलिस स्टेशनों और ड्यूटी प्वाइंटों पर पुलिस अधिकारियों की नियमित मैडीकल जांच की।
फाजिल्का की डाक्टर सुनीता रानी, जोकि सिवल सर्जन द्वारा नोडल अधिकारी के तौर पर जुड़े हुए हैं, ने हाल ही में अन्य राज्यों से फाजिल्का में दाखि़ल होने वाले कोरोना के शक्की मरीज़ों की निगरानी, एकांतवास करने और टेस्टिंग करने में सराहनीय काम किया है।
सिवल सर्जन, तरन तारन के दफ़्तर में जिला ऐपीडैमीओलौजिस्ट के तौर पर तैनात डा. बिधि लार्ड सिंह ज़मीनी स्तर पर नमूने लेने और कोविड टेस्टिंग की कोशिशों की निजी तौर पर निगरानी कर रहे हैं, और सिविल अस्पताल तरन तारन में इन यत्नों के मुख्य कोआर्डीनेटर हैं।
फरीदकोट के सक्रिय समाज सेवी परवीन कुमार काला ने फरीदकोट की एन.जी.ओज़ के साथ प्रभावशाली तालमेल स्थापित किया और उनको एक मंच पर लाया। वह गरीबों और ज़रूरतमंदों को सूखा राशन, पका हुआ भोजन और दवाएँ मुहैया करवा रहा है। वह आवारा पशुओं की देखभाल और उनको चारा आदि भी प्रदान कर रहा है।
अमृतसर ग्रामीण के एएसआई रफी मुहम्मद गरीब और जरूरतमंद लोगों को राशन के वितरण में सक्रियता के साथ शामिल हैं। वास्तव में उन्होंने गरीबों और ज़रूरतमंदों का पेट भरने के लिए अपना वेतन भी ख़र्च दिया और इस उद्देश्य के लिए मुस्लिम भाईचारे के साथ साथ प्रवासी मज़दूरों के साथ भी संपर्क स्थापित किया।
बटाला पुलिस के हैड कांस्टेबल अमरीक सिंह ने दिल के दौरे से पीडि़त एक व्यक्ति की जान बचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फिऱोज़पुर की महिला कांस्टेबल कर्मजीत कौर, जो क्फ्र्य़ू के दौरान गरीबों / ज़रूरतमंदों की सहायता के लिए बनाई गए ‘मय आई हेल्प यू ग्रुप’ की सक्रिय मैंबर है, ने अपनी सुरक्षा खतरे में डाल कर झुग्गी झोंपड़ी वालों और प्रवासी मज़दूरों को पका हुआ खाना और राशन देने जाती थी।
सब इंस्पेक्टर प्रभजोत कौर को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के द्वारा कोरोनावायरस सम्बन्धी रोकथाम उपायों संबंधी आम लोगों में जागरूकता पैदा करने और घर -घर दवाएँ पहुँचाने के लिए सम्मानित किया गया है।
ए.एस.पी. जालंधर (ग्रामीण) अंकुर गुप्ता ने गरीबों और ज़रूरतमंदों को पका हुआ भोजन और सूखे राशन के वितरण और 24 घंटे सहायता प्रदान करने के लिए फील्ड में लम्बा समय काम किया।
एसएचओ पुलिस थाना सदर धूरी, एएसपी आदित्या ड्रोनें और अन्य तकनीकी तरीकों की मदद से धूरी में कफ्र्यू को सक्रियता से लागू कर रहे हैं और इस तरह कोविड -19 के फैलाव को रोकने में सहायता प्रदान कर रहे हैं।
फरीदकोट के सब इंस्पेक्टर लखवीर सिंह ने कोविड -19 के मरीज़ों, एन.आर.आईज़ और हाल ही में पंजाब लौटे व्यक्तियों का पता लगाने में सराहनीय काम किया।
एएसआई जगतार सिंह ने दिल की बीमारी से जूझ रही महिला, जो क्फ्र्य़ू में फंस गई थी, को अपनी कार में गाँव मंडियाला (मलसियाँ) से टैगोर अस्पताल लाया और उसके परिवार को आर्थिक मदद की भी पेशकश की।
इंस्पेक्टर सनी खन्ना, एस.एच.ओ कीरतपुर ने कीरतपुर साहिब क्षेत्र में निजी सरायों में क्ववारंटीन सेंटरों की स्थापना की पहल की। उनकी प्रेरणा से उनके अधिकार क्षेत्र में कई गाँवों ने स्वयं एकांतवास किया।
स्पैशल ब्रांच, बटाला के डीएसपी प्रेम कुमार ने जरूरतमंद गरीब वर्गों की पहचान करने में मुख्य भूमिका निभाई, जबकि गुरदासपुर के डीएसपी राजेश ककड़ ने ग़ैर सरकारी संगठनों के साथ मिल कर काम किया और उनको तकरीबन 2500 ज़रूरतमन्द परिवारों को सूखा राशन बाँटने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा उन्होंने खाने और सूखे राशन की उचित ढंग से एकत्र और वितरण सम्बन्धी कम्बायनड डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ राशन कमेटी भी स्थापित की।
अमृतसर ग्रामीण से एएसआई नरेन्द्र सिंह ने अपने क्षेत्र में प्रवासी आबादी के लिए सूखे राशन की सप्लाई के अलावा वालंटियरों के द्वारा 500 मास्क तैयार करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।