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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर सिंकुड़े और चमक गवा चुके गेहूँ के दानों के लिए कीमत में कटौती तुरंत वापस लेने की माँग की

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर सिंकुड़े और चमक गवा चुके गेहूँ के दानों के लिए कीमत में कटौती तुरंत वापस लेने की माँग की
  • PublishedApril 28, 2020

चंडीगढ़, 28 अप्रैल: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को केंद्र सरकार की तरफ से राज्य में हुयी बेमौसमी बारिश के कारण सिकुड़े और चमक गवा चुके गेहूँ के दानों के लिए निर्धारित शर्तों में ढील देते हुये इसकी खरीद की कीमत में कटौती लागू किये जाने के कदम को तुरंत वापस लेने की माँग की है।

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने इस बात पर दुख ज़ाहिर किया कि छूटें देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से पेश की पहली नुमायंदगी स्वीकार करते हुये केंद्रीय खपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने न्युनतम समर्थन मूल्य पर भारी कीमत में कटौती लगा दी है जिससे आगे किसानों पर भारी बोझ पड़ेगा जोकि पहले ही लॉकडाउन के चलते आय घटने के कारण घाटा सहन कर रहे हैं।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कीमत में कटौती के बिना छूटों की आज्ञा देने की अपनी माँग दोहराते हुये प्रधान मंत्री से अपील की कि वह मंत्रालय को अपने पहले फ़ैसले की तुरंत समीक्षा करने की सलाह देें। सिंगुड़े दाने पर प्रति क्विंटल 4.81 रुपए से 24.06 रुपए तक और चमक फीकी वाले दानों पर 4.81 रुपए कीमत की कटौती की गई है।

अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब के खाद्य एवं सिविल सप्लाईज़ विभाग ने पहले ही केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को एक हवाला भी दिया है जिससे बिना किसी कटौती किये निर्धारित शर्तों में ढील दी जा सके। 28 अप्रैल को इसके जवाब में केंद्रीय मंत्रालय ने गेहूँ के दाने संकुचित और चमक फीकी पडऩे के मापदण्डों को पूरा करने में असफल रहने में कुछ ढील दी परन्तु मूल्य में कटौती कर दी।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि संकट की इस घड़ी में पंजाब के किसान देश को भोजन मुहैया करवा रहे हैं। इस कारण लॉकडाउन की बंदिशों के कारण और हालात उनके काबू से बाहर होने के कारण किसी भी ढंग से किसानों की आय में कटौती करना सरासर बेइन्साफ़ी है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गेहूँ की फ़सल पकने से पहले मार्च, 2020 में पंजाब के बहुत से हिस्सों में बेमौसमी बारिश पड़ी थी। उन्होंने कहा कि देश भर में लॉकडाउन के ऐलान के साथ यह समस्या और बढ़ गई और किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए एहतियादी कदम उठाने से असमर्थ थे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर यह देखा गया कि पंजाब के कई हिस्सों में पहुंच रही गेहूँ के दाने के सिकुड़ गए हैं और कई स्थान पर तो दानों की चमक फीकी पडऩे की भी रिपोर्टें हैं।

Written By
The Punjab Wire