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पंजाब पुलिस ने प्रवासी मज़दूरों के लिए फर्जी कफ्र्यू पासों का प्रयोग करने वालों में से 9 को किया गिरफ़्तार, 1 फऱार

पंजाब पुलिस ने प्रवासी मज़दूरों के लिए फर्जी कफ्र्यू पासों का प्रयोग करने वालों में से 9 को किया गिरफ़्तार, 1 फऱार
  • PublishedApril 24, 2020

3.5 लाख रुपए के बदले 71 मज़दूर अवैध तरीके से पहले ही उत्तर प्रदेश और बिहार ले जाए गए

चंडीगढ़, 24 अप्रैल:कोविड कफ्र्यू /तालाबन्दी होने के बावजूद, पंजाब पुलिस ने फंसे प्रवासी मज़दूरों के लिए जाली रास्ता बनाने में लगे एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें 3.5 लाख रुपए के बदले 71 मज़दूर पहले ही उत्तर प्रदेश और बिहार में ले जाये जा चुके हैं।डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि गैंग के नौ सदस्यों को गिरफ़्तार किया गया है और उनके खि़लाफ़ टांडा थाने में विभिन्न धाराओंं के अंतर्गत केस दर्ज किये गए हैं। उनके द्वारा इस्तेमाल किये गए फ़ोन ज़ब्त कर लिए गए थे। गिरोह का एक मैंबर फऱार है।

डीजीपी ने कहा कि मुलजिम टैंपो ट्रैवलर के लिए लगभग 60000 रुपए और इनोवा के लिए लगभग 30000 रुपए ले रहे थे। फर्जी कफ्र्यू पासों की सहायता से अब तक पंजाब में से 71 मज़दूरों की तस्करी की गई, 13 को एक ट्रक में भेजा गया, दो टैंपो ट्रैवलर में 20 और तीन इनोवा में 6-6 मज़दूरों को भेजा गया। बिहार के गौंडा जिले के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के लखनऊ और सहारनपुर में 12 अप्रैल से अब तक ऐसे वाहन चलाने वाले वाहन चार चक्कर लगा चुके हैं।इस गिरोह का पर्दाफाश होशियारपुर पुलिस को मिली जानकारी के आधार पर किया गया।

कुछ फर्जी /अवैध कफ्र्यू पास पंजाब से हरियाणा और यू पी सरहद पार करने के लिए इस्तेमाल कियेे जा रहे थे। राजपुरा के शंभू बैरियर पर ड्यूटी कर रहे अधिकारी को शक होने पर उस गिरोह के लिए मुसीबत खड़ी हो गई और उसने ऐसे प्रवासियों को ले जाने वाले वाहनों में से एक को टांडा वापस जाने के लिए कहा।डी.जी.पी. ने कहा कि टांडा वापस लौटने पर मज़दूर मुलजिमों से पास के अपने पैसे वापस करने की माँग करने लगे और यह बात पुलिस के पास पहुँच गई।एसएसपी होशियारपुर, गौरव गर्ग, जिन्होंने जांच का नेतृत्व किया, ने कहा कि उन्होंने कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का प्रयोग करते हुये जाली कफ्र्यू पास बनाऐ थे और उनको वाहनों के सामने वाले शीशे पर चिपकाया गया था। वाहन के चालक और सहयोगी क्लीनर को जाली पास की कापियां दी गई, जो बटाला -एसडीएम की तरफ से आईजीआइ एयरपोर्ट, दिल्ली के लिए एक टैक्सी चालक को जारी किये गए एक असली पास का प्रयोग करके फोटोशूट के द्वारा बनाया गया था।

दोषी दोपहर के खाने के दौरान शंभू बार्डर पर एक पेट्रोल पंप पर चालक को मिले थे और चालक ने उनको अपना पास दिखाया, जिसकी उन्होंने बिना किसी परेशानी के इधर -उधर जाने के लिए इस्तेमाल करने के बहाने फोटो खिंची। हालाँकि, उनको जल्द ही पास की फोटो को नकली पास के तौर पर बरतने और उनसे पैसा कमाने का विचार आया।श्री गर्ग ने बताया कि तारीख़ 4/24 /2020 को आई पी सी की धारा 419, 420, 465, 466, 468, 471, 188, 269, 270, 271,120 -बी और आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 51 और 52 के अंतर्गत 9 व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

मुलजिमों की पहचान सतनाम सिंह उर्फ जस्सी पुत्र पवित्र दयाल निवासी वार्ड नं .4, दशमेश नगर, टांडा, रवि कुमार उर्फ रवि पुत्र सुन्दर लाल निवासी संतोष नगर, थाना सिटी, गौरव कुमार पुत्र उमा कांत निवासी तलवाड़ मोहल्ला, वार्ड नं. 11 टांडा, सुखविन्दर सिंह उर्फ राजू पुत्र सुरजीत सिंह निवासी अलोवाल, थाना बुलोवाल, चंद्र मोहन पुत्र कमलजीत सिंह निवासी वार्ड नं. 3, मियानी, थाना टांडा होशियारपुर, अजय पाल पुत्र रेशम सिंह निवासी वार्ड नं.31, मोहल्ला प्रेमगड़, थाना सिटी, कमल महिरा पुत्र कुन्दन लाल निवासी वार्ड नं. 7, बस्सी खवाजू, थाना माडल टाऊन, विशाल वोहरा उर्फ शानू पुत्र क्रिशन लाल वोहरा निवासी हरी नगर, होशियारपुर और पंकज कुमार पुत्र दर्शन लाल निवासी वार्ड नं. 7, बस्सी खवाजू, थाना मॉडल टाऊन, होशियारपुर के तौर पर हुई है। 

Written By
The Punjab Wire