चंडीगढ़, 13 अप्रैल: पंजाब सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने पटियाला में पुलिस पर हुए इस हमले को ख़तरनाक करार दिया और इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह कायरता का काम है और इस कार्यवाही का बचाव करना सम्बन्धित नेताओं की अपरिपक्वता और बुद्धि हीनता को दर्शाता है। श्रीमती चौधरी ने लोक इंसाफ़ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के बयान को पूरी तरह निराधार और ग़ैर-जि़म्मेदाराना करार दिया।
उन्होंने कहा कि वह (बैंस) इस किस्म के हथकड़ों से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता है जो कि पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने कहा कि अगर वह (बैंस) पंजाब पुलिस पर से अपना विश्वास खो दिया है तो उसे अपने लिए लिया गया पंजाब पुलिस का सुरक्षा प्रबंध छोड़ देना चाहिए। पुलिस कर्मियों के समर्पण और लगन की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस संकट की इस घड़ी में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए कफ्र्यू की पाबंदियाँ लगाने में अगली कतार में रही है।
उन्होंने कहा कि हमें पुलिस कर्मियों पर गर्व है और पंजाब सरकार हमारे बहादुर पुलिस अधिकारियों के पीछे एकजुट होकर खड़ी है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख़्त मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा की यह हरकत, जो कि ख़ास तौर पर पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध की गई थी, जिसमें बहुत से पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से ज़ख्मी हुए थे, असहनीय और अस्वीकार्य है। श्रीमती चौधरी ने कहा कि सभी पुलिस कर्मचारी हर स्थिति से निपटने के लिए हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डी.जी.पी, पंजाब को राज्य में कफ्र्यू / लॉकडाउन के प्रतिबंधों को सख़्ती से लागू करने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।