बेबसी जाहिर करने की बजाए उच्च स्तर पर बंदोबस्त कर लोगों का हौसला बढ़ाएं कैप्टन
चण्डीगढ़, 11 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को सलाह दी है कि वह मुख्य मंत्री की सब से बड़ी जिम्मेदारी वाली कुर्सी पर बैठ कर गैरजरूरी और गैर जिम्मेवारना ब्यानबाजी के साथ राज्य में डर व तनाव का माहौल पैदा न करें। बल्कि विश्व-व्यापक कोरोनावायरस महामारी को खत्म करने के लिए पंजाब में उच्च स्तर के प्रबंध और सामान मुहैया करके लोगों और मैदान-ऐ-जंग में सीधी लड़ाई लड़ रहे डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल वर्करों, पुलिस-प्रशासन के आधिकारियों-कर्मचारियों, सफाई सेवकों और मीडिया कर्मियों का हौसला बढ़ाएं।
‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान में भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रीय मीडिया को संबोधन करते समय मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को पंजाब की 87 प्रतिशत आबादी कोरोनावायरस की चपेट में आने के बारे में भविष्यबाणी करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं थी। यह भी कहने की जरूरत नहीं थी कि कोरोनावायरस के विरुद्ध लड़ाई अक्तूबर महीने तक जा सकती है, क्यूंकि इसे जमाखोरी व कालाबजारी बढ़ेगी।
मान मुताबिक ऐसी बातें जहां मुख्य मंत्री की बेबसी और न काबलीयत जाहिर करती हैं, वहीं अपनी और अपने परिवारों की जान-जोखिम में डाल कर ग्राउंड जीरो पर कोरोनावायरस के साथ सीधी लड़ाई लड़ रहे ‘योद्धाओं’ के हौसले पस्त करती है और घरों में बैठे लोगों में बेचैनी और तनाव का माहौल पैदा करती है।
भगवंत मान ने कहा कि बेशक पीजीआई चण्डीगढ़ ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पेश 87 प्रतिशत के आंकड़े और ऐसी कोई भी रिपोर्ट (अध्ययन) को रद्द कर दिया है, परंतु अगर ऐसी रिपोर्ट आई भी होती तो कैप्टन अमरिन्दर सिंह को कोरोनावायरस के विरुद्ध उच्च स्तर का प्रोगराम और सामान मुहैया करवा कर और लोगों का हौसला और भरोसा बडा कर खुद को ‘स्टेटसमैन’ साबित करना चाहिए था। मान ने कहा कि ऐसी अनावश्यक ब्यानबाजी और बार-बार बदले जा रहे फैसलों के चलते ऐसे लग रहा है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह इस मुश्किल की घड़ी का सामना करने में बौखलाए हुए हैं।
भगवंत मान ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल की मिसाल देते कहा कि पंजाब सरकार को कोरोनावायरस महामारी के विरुद्ध दिल्ली सरकार जैसे अनुप्रयुक्त, प्रभावशाली और दूर-दर्शी फैसले लेने चाहिए। मान ने कहा कि केजरीवाल सरकार के 5-टी और ऑपरेशन शील्ड जैसे प्रोगरामों को यदि कैप्टन सरकार भी अपना लेती है तो कैप्टन अमरिन्दर सिंह की शान कम नहीं होगी।
भगवंत मान ने कहा कि इस समय पार्टीबाजी से ऊपर उठ कर कोरोनावायरस के विरुद्ध लडऩे के लिए अगर किसी सरकार या देश का अच्छा प्रोगराम या माडल मिलता है तो उसे बेझिझक अपनाना चाहिए। मान ने कहा कि इस समय सब से अधिक जोर डाक्टरी स्टाफ को सुरक्षित किटें और सामान के साथ-साथ उच्च स्तर पर टेस्टिंग (जांच) शुरू करनी चाहिए। इस मिशन में दिल्ली के अंदर केजरीवाल सरकार काफी आगे निकल चुकी है, जबकि पंजाब के मुख्य मंत्री खुद ही मान रहे हैं कि पौने तीन करोड़ आबादी के लिए तीन हजार से भी कम टैस्ट न काफी हैं।