स्वास्थ्य मंत्री ने लॉकडाऊन के दौरान सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालना करने की अपील की
चंडीगढ़, 9 अप्रैल:कोरोना वायरस की बीमारी से पीडि़त रहे मृतक के संस्कार सम्बन्धी लोगों के दिलों में पैदा हो रही गलत धारणाओं को ख़ारिज करते हुये आज स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी जिला रोपड़ के गाँव चितामली में सरपंच मोहन सिंह के संस्कार के मौके पर पहुँचे।
स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि सरपंच मोहन सिंह एक समाज सेवक थे जो अक्सर इलाके के ज़रूरतमंदों की मदद करते थे। उन्होंने इस मौके पर पंजाब निवासियों को कोविड -19 की बीमारी से मृतक देह के संस्कार को लेकर न घबराने की अपील करते हुये कहा कि कोविड -19 पॉजिटिव मृतक के शरीर का संस्कार करने से कोई फ़ाल्तू ख़तरा पैदा नहीं होता और संस्कार की पूरी प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी विशेष हिदायतों की पालना की जाती है।
स्वास्थ्य बलबीर सिंह सिद्धू ने आगे बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार श्मशानघाट में कर्मचारियों की तरफ से देह के संस्कार से कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। यहाँ तक कि देह की राख से भी कोई ख़तरा पैदा नहीं होता और इसकी राख भी इक_ी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दु:ख वाली बात है कि पिछले दिनों कोरोना पीडि़त मृतकों के संस्कार को लेकर गाँव वासियों और पारिवारिक सदस्यों की तरफ से मना किया गया, जो अति निंदनीय है।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील भी की कि लॉकडाऊन के दौरान सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालना की जाये। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से जो भी फ़ैसले लिए जा रहे हैं वह आप सबके लिए स्वास्थ्यकर और कल्याण के लिए है और सभी को कोरोना के ख़ात्मे के लिए सरकार का आगे आकर साथ देना चाहिए।
उन्होंने दोहराते हुये कहा कि कोविड -19 के फैलने का मुख्य कारण ड्रापलैटस (मुँह में से थूक के छींटे) और प्रभावित व्यक्ति के साथ नज़दीक का संपर्क है। उन्होंने कहा कि मृतक सरपंच की पत्नी और बेटा भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनका इलाज चल रहा है और दोनो की हालत में काफ़ी सुधार है।
इस मौके पर एस.डी.एम मोरिंडा हरबंस सिंह, एस.डी.एम. चमकौर साहिब मनकंवल सिंह, सिवल सर्जन एच.एन शर्मा, डा. राजीव गुप्ता, डी.एस.पी. सुखजीत सिंह विर्क और राज कपूर विशेष तौर पर उपस्थित थे।