जल्द शुरू होगी बड़े स्तर पर टेस्टिंग; आई.सी.एम.आर. से 10 लाख किटें आने का इन्तज़ार और ओपन मार्केट में भी 10,000 किटों की की जा सकती है खरीद
चंडीगढ़, 8 अप्रैल: कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने 2.31 करोड़ रुपए की लागत से 5 आर.टी.पी.सी.आर. और 4 आर.एन.ए. एक्सट्रैक्शन मशीनों (ऑटोमैटिक) की खरीद करके कोविड -19 टेस्टिंग के सामथ्र्य को 10 गुना बढ़ा दिया है। राज्य इस काविड-19 की बीमारी की रोकथाम के लिए 10 अप्रैल से तेज़ी से जांच शुरू करने की तैयारी भी कर रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव विनी महाजन के अनुसार राज्य सरकार द्वारा आई.सी.एम.आर. से मंगवाई गईं 10 लाख रैपिड टेस्टिंग किटें जल्द प्राप्त होने की आशा है और एक अन्य 10,000 किटों की ओपन मार्केट से खरीदने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि हॉट-स्पॉटों में कोरोनावायरस के फैलने को रोकने के मद्देनजऱ अब आई.सी.एम.आर. ने रैपिड टेस्टिंग किटों के द्वारा ऐंटीबॉडी टेस्टिंग करने की इजाज़त दी है। महाजन ने कहा कि नये उपकरणों के आने से पटियाला और अमृतसर में सरकारी मैडीकल कॉलेजों में वायरल रिसर्च डायगनोस्टिक लैबज़ (वी.आर.डी.एल) की टेस्टिंग सामथ्र्य को 40 से बढ़ाकर 400 कर दिया गया है। जि़क्रयोग्य है कि इन दोनों लैबों में अब तक 1958 सैंपल जांचे जा चुके हैं। इसके अलावा, गुरू गोबिन्द सिंह मैडीकल कॉलेज और अस्पताल फऱीदकोट को टेस्ट करने की मंजूरी लेने के लिए आगे रखा गया है। इसकी शुरुआती सामथ्र्य 40 टेस्ट प्रति दिन होगी। राज्य की अपनी लैबोरेटरियों के अलावा, पीजीआई चंडीगढ़ द्वारा पंजाब से जांच के लिए आने वाले नमूनों के रोज़ाना तकरीबन 40 टेस्ट किये जा रहे हैं।
पीजीआई द्वारा अब तक तकरीबन 650 टेस्ट किये जा चुके हैं। राज्य सरकार ने डी.एम.सी और सी.एम.सी. लुधियाना में भी इसी तरह की टेस्टिंग सुविधाओं की आज्ञा देने के लिए भारत सरकार से तुरंत मनज़ूरियों की माँग की है। श्रीमती महाजन ने कहा कि लुधियाना के दोनों अस्पतालों के पास पहले ही ज़रुरी उपकरण उपलब्ध हैं और इन्होंने एन.ए.बी.एल. सर्टीफिकेशन के लिए अप्लाई किया है जिसके बाद आई.सी.एम.आर. से मंजूरी माँगी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा पंजाब के विभिन्न जि़लों से नमूने लिए जा रहे हैं जहाँ अब तक कोविड-19 के 106 पुष्ट मामले सामने आए हैं।