गुरदासपुर। हेरोइन व स्मैक छोडऩे के लिए नौजवान ओट सेंटर में पहुंच कर मुफ्त दवाई ले रहे है। सिविल सर्जन डा. किशन चंद ने बताया कि कोरोना वायरस के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान पंजाब सरकार ने नशे के पीडि़त मरीजों को बड़ी राहत देते हुए 198 ओट क्लीनिक, 35 सरकारी नशा छुड़ाओं केंद्र व 108 लाइसेंस शुदा प्राइवेट नशा छुड़ाओं केंद्रों को मानसिक रोगों के डाक्टरों द्वारा जांच करने के बाद रजिस्टर्ड मरीजों को बुप्रोनेफाइन व नलोक्सोन दवाईयां की दो सप्ताह की दवाई घर ले जाने की सुविधा देने की मंजूर दी है।
यह मंजूरी केंद्रों में नशे के मरीजों के आने जाने को कम करने के लिए दी गई है ताकि कोविड-19 के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि टोल फ्री हेल्पलाईन नंबर 104 के माध्यम से दिन रात डाक्टरी सेवाएं भी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होने कहा कि ओट सेंटर नशा छोडऩे वाले नौजवानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। नौजवानों को सेंटर में एक मीटर की दूरी पर दवाई दी जा रही है।
नशा छोडऩे के लिए सेंटर में दवाई लेने आए नौजवानों ने अपना नाम गुप्त रखते हुए बताया कि वह यहां पहले स्मैक व हेरोइन जैसे महंगे नशे की चपेट में आकर रोजाना पांच से दस हजार रुपए तक की हेरोइन का नशा करके घरों को कंगाल व अपनी सेहत को बर्बाद कर चुके है। वहीं अब अस्पताल में नशे की तोड़ को खत्म करने के लिए सेहत मंत्री पंजाब के आदेशों के मुताबिक 14 दिन की दवाई मुफ्त ले रहे है।